अम्लीय (acidic )और क्षारीय (alkaline ) आहार का संतुलन जरूरी क्यों है ?

हम अपने शरीर को कई तरीके अपनाकर संतुलित रखने की कोशिश करते हैं , जैसे की व्यायाम करना, पर्याप्त नींद लेना और स्वस्थ रिश्ते बनाए रखना ये सभी संतुलन और स्वास्थ्य प्राप्त करने के तरीके हैं। क्या आप जानते है, कि आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ आपके शरीर में संतुलन बनाने का कार्य करते हैं? संतुलन बिगड़ना बीमारी का कारण बन सकता है जबकि संतुलन में होना सर्वोत्तम स्वास्थ्य का नुस्खा है।

स्वस्थ और संतुलित आहार के लिए एसिडिक और क्षारीय (alkaline) खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है। जब हम अधिक क्षारीय भोजन करते हैं तो हमारा रक्त अधिक क्षारीय हो जाता है और अधिक अम्लीय भोजन करने पर हम अधिक अम्लीय हो जाते हैं, इसलिए यह सीखना महत्वपूर्ण है कि दोनों के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।

अपने शरीर को एक प्रणाली के रूप में देखें जो लगभग 70% पानी है और हमे इसे स्वस्थ रखने की आवश्यकता है। जो खाद्य पदार्थ हम खाते हैं वे या तो अम्लीय (acidic) होते है या क्षारीय (alkaline)  होते हैं ,जो हमारे शरीर को क्षारीय या अम्लीकृत करते हैं। स्वस्थ रहने के लिए दोनों का संतुलन होना जरूरी है ।

हाल ही के अध्ययनों से पता चलता है कि जब शरीर का पीएच बहुत अम्लीय  (acidic) होता है, तो एंजाइमों को ठीक से काम करना मुश्किल होता है, जिससे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य कई बीमारियां हो सकती हैं। यदि आपका सिस्टम अत्यधिक अम्लीय है, तो आप शरीर में ऊर्जा की कमी, कम शरीर का तापमान, बड़ा हुआ संक्रमण और चिड़चिड़ेपन का अनुभव कर सकते हैं।

कौन से खाद्य पदार्थ अम्लीय (acidic) या क्षारीय (alkaline )हैं ?

अत्यधिक अम्लीय पदार्थों में प्रसंस्कृत (proccessed ) खाद्य पदार्थ, शर्करा, मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स ,अनाज, कॉफी और अल्कोहल आते हैं। चीनी और कृत्रिम मिठास अत्यधिक अम्लीय खाद्य पदार्थ हैं, यही कारण है कि मिठाई को कई बीमारियों से जोड़ा जाता है। दूसरी ओर क्षारीय आहार में फल और सब्जियां ,अंजीर, खुबानी, बादाम शामिल हैं। 

कई खाद्य पदार्थ जो हमे लगता है कि अम्लीय होंगे, जैसे नींबू , वास्तव में एक बार मेटाबोलाइज होने के बाद क्षारीय हो जाते हैं। इसलिए यह ध्यान रखना जरूरी है कि कौन से खाद्य पदार्थ मेटाबोलाइज होने के बाद क्षारीय होते हैं क्योंकि वे शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। 

कुछ खाद्य पदार्थ न्यूट्रल होते हैं, इनका न तो कोई अम्लीय और न ही क्षारीय प्रभाव होता है। तटस्थ(न्यूट्रल) खाद्य पदार्थों में बिना नमक का  ताजा मक्खन, ताजा कच्ची क्रीम, मट्ठा , पानी इत्यादि हैं ।

 हम एसिड / क्षारीय (alkaline )संतुलन को कैसे मापें ?

शरीर का बहुत अधिक अम्लीय होने का एक संकेतक श्वसन की बढ़ी हुई दर है। वास्तव में, यदि आपका शरीर बहुत अम्लीय है, तो आप लगभग 20 सेकंड से अधिक समय तक अपनी सांस नहीं रोक पाएंगे।

सबसे आम पीएच का परीक्षण मूत्र परीक्षण है। आप पीएच लिटमस टेस्ट पेपर का उपयोग करके स्वयं मूत्र का परीक्षण कर सकते हैं, या डॉक्टर से मूत्र परीक्षण करा सकते हैं। वे संभवतः सुबह के पहली बार के मूत्र का उपयोग करके परिक्षण करते हैं। 

अम्लीय खाद्य पदार्थों की तुलना में जो आहार क्षारीय खाद्य पदार्थों में उच्च होते है ,उन्हें खाने से लंबे समय में हमारे स्वास्थ्य को फ़ायदा होता है, इसलिए आहार में फलों और सब्जियों को शामिल करें।

पीएच का अर्थ “हाइड्रोजन के लिए सम्भावना” है, जो रक्त, लार या मूत्र जैसे शारीरिक तरल पदार्थों में हाइड्रोजन आयनों को मापता है।  पीएच स्केल 0 ( एसिड) से 14 (सबसे क्षारीय) तक होता है, जिसमें 7 न्यूट्रल है। मानव शरीर लगभग 7.4 के पीएच पर बेहतर रूप से कार्य करता है, जो कि न्यूट्रल के क्षारीय पक्ष पर है।

मानव शरीर को न्यूट्रल  (7.4 पीएच) के थोड़ा क्षारीय पक्ष पर बने रहने की आवश्यकता है, यदि आप अपने स्वास्थ्य के लिए कम अम्लीय आहार लेते हैं और केवल क्षारीय खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो आपका शरीर वास्तव में बहुत क्षारीय हो सकता है। इससे भ्रम या भूलने और यहां तक कि कोमा तक के लक्षण हो सकते हैं।

इसलिए पीएच स्पेक्ट्रम के दोनों ओर से खाने को ध्यान में रखते हुए अपने आहार को संतुलित करना आवश्यक है, लेकिन अम्लीय खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक क्षारीय खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा।

अम्लीय  (acidic) पीएच रोग का कारण बन सकता है।

ज्यादातर लोगों में पीएच का स्तर काफी अधिक होने पर हृदय रोग और कैंसर से लेकर ऑस्टियोपोरोसिस, मधुमेह के लक्षण दिखाई देते हैं,  शरीर पीएच को 7.4 के करीब रखने की कोशिश करता है और इस न्यूट्रलाइजेशन प्रक्रिया में मदद के लिए शरीर से आवश्यक खनिजों को लेता है ।

उदाहरण के लिए, शरीर हड्डियों से कैल्शियम को मूत्र के माध्यम से खींच लेता है ,जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के गठन में कमी आएगी । पोटेशियम और मैग्नीशियम स्टोर को भी शरीर से खींचा जा सकता है, जिससे उच्च रक्तचाप हो सकता है। बहुत अधिक अम्लता मांसपेशियों के टूटने और कोशिकाओं की मरम्मत न कर पाने का कारण हो सकती है।

क्या हम अतिरिक्त एसिड को कम करके अपने शरीर को संतुलित कर सकते हैं ?

शरीर के पीएच को कम करने के लिए एसिड उन्मूलन में शामिल मुख्य अंग यकृत और फेफड़े और त्वचा है । त्वचा पसीने की ग्रंथियों के माध्यम से एसिड बिल्डअप को खत्म करने में मदद करती है, यह एक दिन में लगभग एक चौथाई पसीने को समाप्त कर सकती है, जबकि गुर्दे मूत्र के माध्यम से  1.15 लीटर को समाप्त कर सकते हैं। गंध वाला पसीना या शरीर से दुर्गन्ध आना अधिक अम्लता का संकेत हो सकता है। कम अम्लीय आहार को अपनाकर शरीर के पीएच को बेअसर करने में मदद मिल सकती है।

 

 हरी सब्जियां खाएं और अतिरिक्त एसिड को कम करें 

बड़े हुए अम्लीय पीएच को कम करने का एक तरीका यह है कि हरी सब्जियां, हर्बल चाय, जूस, इत्यादि खाकर भोजन की क्षारीयता को बढ़ाएं।इसके अलावा, पानी पीकर हाइड्रेटेड रहना शरीर में एसिड को कम  करने का एक और तरीका है। हाइड्रेटेड रहने के लिए प्रति दिन 2.5 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए।

अधिक हरी सब्जियां खाने के अलावा ,अधिक वर्कआउट करके और सौना या गर्म पानी से स्नान करके भी अम्लता (acidic) को कम कर सकते हैं। 

स्वस्थ खाने के माध्यम से हम अपने सिस्टम को  रोग-मुक्त  बना सकते हैं , पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाना चाहिए। हमें अपने शरीर के संतुलन को बनाए रखने के लिए इस मूल नियम का पालन करना चाहिए ।अपने भोजन में एसिड और क्षारीय खाद्य पदार्थों का संतुलन रखना हैं, लेकिन क्षारीय (alkaline )खाद्य पदार्थ अधिक अनुपात में खाने चाहिए।

यह भी पढ़ें – एंटी इंफ्लेमेट्री फ़ूड -बढ़ती उम्र में स्वस्थ्य रखें

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About the Author: Kusum Kaushal

कुसुम कौशल ने उत्तराखंड में स्थित विश्वविद्यालय (हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी) से इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। हिंदी उनकी मूल भाषा है।

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