सेहत के लिए वरदान है अलसी, क्यूंकि इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड, अल्फ़ा लिनोलेनिक एसिड, प्रोटीन, फाइबर, लिगनेन होते हैं। इसमें 25 %प्रोटीन, 30-40 %तेल, विटामिन बी, सेनेनिय , ज़िंक, आयरन, फोलेट, कॉपर, मेगनीशियम आदि तत्व मौजूद होते है। इसलिए अलसी का हमारे स्वास्थ्य पर चमत्कारिक प्रभाव पड़ता है।
- अलसी को सुपर फ़ूड की श्रेणी में शामिल किया गया है। लिगनेन का अच्छा स्रोत्र होने के कारण इसे एंटी कैंसर भी माना जाता है। अलसी हमारे रक्त चाप को संतुलित रखती है। यह गुड कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाती है, ट्राईग्लिसराइट्स व् ख़राब कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करती है, यह हृदय की गति को भी नियंत्रित रखती है।
- अलसी लिगनेन का बड़ा स्रोत्र होने के कारण यह महिलाओं में रजोनिवृति के दौरान होने वाली परेशानियों जैसे हॉट फ्लेशसज़ इत्यादि में फायदेमंद है।
- इसमें फाइबर होने के कारण यह कब्ज़ जैसी समस्याओं को भी दूर करती है यह पित्त की थैली में पथरी बनने नहीं देती।
- यह त्वचा की बीमारियों जैसी मुहासे, दाद, खुजली में भी फायदेमंद है। अलसी में पाए जाने वाले ओमेगा -3 बालों को स्वथ्य सूंदर व् मज़बूत बनाते हैं और त्वचा को कोमल बनाता है।
- अलसी हमारे मन को शांत रखती है , तनाव दूर करती है। स्मरणशक्ति को बढ़ाती है।
- यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है, यह मोटापे को नियंत्रित करने में भी कारगर है। अलसी हमारे शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करती है।
- अलसी बॉडी बिल्डर के लिए भी सम्पूर्ण आहार होती है। यह मांसपेशियों की थकावट को दूर करती है और भरपूर शक्ति देती है।
- सेवन करने का उचित तरीका -अलसी को पहले सूखी कड़ाई यानि की बिना घी ,तेल डाले भून ले फिर मिक्सी में पीस लें। आप इसे दही,दाल ,सब्ज़ी ,सलाद इत्यादि में डाल कर खा सकते हैं या आटे में गूंदकर रोटी बनाकर भी खा सकते हैं।एक व्यक्ति के लिए दिन में एक-दो चम्मच खाना पर्याप्त होता है।