5 : 2 डाइट क्या है
5 : 2 आहार एक साधारण उपवास आहार है। इस डाइट को फ़ास्ट (उपवास ) डाइट भी कहा जाता है। इसमें पांच दिन सामान्य आहार खाया जाता है और प्रत्येक सप्ताह अन्य 2 दिनों में कैलोरी की मात्रा को सामान्य सेवन के एक-चौथाई तक सीमित करना शामिल है। हफ्ते में दो दिन 500 – 600 कैलोरी प्रतिदिन ली जाती है। सामान्य कैलोरी सेवन के 25% तक यह कमी महिलाओं के लिए 500 कैलोरी और पुरुषों के लिए 600 कैलोरी है। लेकिन इस बात का ध्यान रखना है कि ये 2 दिन लगातार नहीं होने चाहिए। इसमें केवल दो से तीन छोटे भोजन ही लेना होता है। इसमें इस बात पर ज्यादा ज़ोर इस बात पर नहीं दिया जाता की कौन सा भोजन खाना चाहिए बल्कि इस बात पर दिया जाता है कि इसे कब खाया जाये।
अध्ययनों से पता चला है कि यह डाइट भविष्य में मोटापे की समस्या नहीं होने देती है। फास्टिंग डाइट का मुख्य उद्देश्य वजन घटाने में मदद करना, वजन बढ़ने से रोकना और वजन को फिर से नियंत्रित करना है।
व्यक्ति अपने हिसाब से उपवास के दिनों की संख्या बदल सकते हैं। कुछ लोग धीरे-धीरे 4 सामान्य दिनों और 3 उपवास दिनों के आहार को चुनते हैं, जिससे वजन घटाने की दर बढ़ जाती है। वांछित वजन घटाने और लक्ष्य वजन हासिल करने के बाद लोग 6 सामान्य दिनों और 1 दिन उपवास चुन लेते हैं।
पांच दिन सामान्य भोजन लेने का अर्थ यह नहीं है कि आप जंक फ़ूड भी खा सकते हैं, यदि ऐसा करते हैं, तो आप इसका लाभ नहीं ले पाएंगे।
5 : 2 डाइट के लाभ
1. माना जाता है कि सप्ताह में दो दिन का उपवास आहार शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करता है । शरीर के सेल्स की नियमित रिपेयर स्ट्रोक, हृदय रोग, अल्जाइमर रोग, कैंसर और टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों को रोकने में भूमिका निभाती है। अध्ययन बताते हैं कि यह डाइट वजन घटाने के अलावा कई लोगों को सामान्य कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर पर लौटने में मदद करती है।
2.अगर आप वजन कम करना चाहते है तो 5:2 डाइट बहुत कारगर है, क्योंकि इसमें आप कम कैलोरी का सेवन करते है। अध्ययनों के अनुसार, इंटरमिटेंट फास्टिंग व्यायाम के साथ संयुक्त होने पर और भी अधिक प्रभावी होती है।
3. कुछ अध्ययनों ने प्रतिबंधित कैलोरी को बेहतर मस्तिष्क फंक्शन और एंटी-एजिंग प्रभावों से जोड़ा है। इस तरह के उपवास आहार मेटाबोलिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने हैं। इस बात की पूर्ण जानकारी नहीं है की बहुत लम्बे समय तक 5:2 आहार और इसी तरह के अन्य आहार लेना ठीक है या नहीं।
4. कुछ अध्ययनों का दावा है कि इस प्रकार के उपवास समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते है। परीक्षणों से यह भी पता चलता है कि प्रति माह कम से कम 5 दिनों तक कैलोरी का सेवन सीमित करने से हृदय रोग और मधुमेह को रोका जा सकता है या इसका इलाज किया जा सकता है। चूहों पर अध्ययन से पता चलता है कि नियमित स्थिर अंतराल का उपवास फैट को कम करने और इंसुलिन के स्तर को कम करने में मदद करता है।
5. आंतरायिक उपवास मोटे व्यक्तियों में जटिल आंत माइक्रोबायोटा को सीधे प्रभावित करता है और आंत के माइक्रोब्स को भोजन से अधिक ऊर्जा का उपयोग करने में मदद करता है।
6. एक परीक्षण में कुछ व्यक्तियों को उपवास आहार पर शामिल किया गया, जिसके परिणामस्वरूप उनके शरीर में फैट , रक्तचाप और कमर का आकार कम हुआ।
7. यह डाइट उम्र बढ़ने को बढ़ावा देने वाले हार्मोन के स्तर को कम करती है ।
कोई भी डाइट शुरू करते समय शुरुआत में भूख लगना काफी सामान्य है। जब आप 5 : 2 डाइट की शुरुआत करते हैं, तो प्रारम्भ के पहले कुछ दिनों में सिरदर्द, कमजोरी इत्यादि महसूस करते है, लेकिन धीरे धीरे अधिकांश लोग इसे आराम से कर पाते हैं।