विज्ञान द्वारा साबित की गई 10 आसान गतिविधियां जो हमें खुश रखती हैं।

जीवन में सभी का लक्ष्य अच्छा स्वास्थ्य, सफलता और ख़ुशी प्राप्त करना होता है, पर प्रथम स्थान पर हम ख़ुशी को रखते हैं। अपने भीतर खुशी कैसे खोजें, इसके लिए आसान से कुछ तरीके हैं, जिन्हें नियमित रूप से अपनाकर हम खुश महसूस कर सकते हैं। इन तरीकों को जानने से पहले हम जानते हैं कि ख़ुशी क्या है ?

खुशी एक मानसिक स्थिति है, जिसमे हम सकारात्मक या सुखद भावनाओं का अनुभव करते है।

बहुत से लोग खुशी को गहन आनंद की भावना के रूप में परिभाषित करते हैं। खुशी के कई स्तर हैं, संतोष की भावना से लेकर आनंददायक उल्लास तक।

ज्यादातर लोग अक्सर उत्साहजनक खुशी की ऊंचाइयों तक पहुंचने की तलाश करते हैं, उत्साहजनक खुशी के बजाय संतोष पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करना चाहिए।

विज्ञान ने साबित किया है की कुछ गतिविधियां हैं, जिन्हे अपनाकर सकारात्मक वायब्रेशन्स महसूस की जा सकती हैं । इन्हे अपनाकर आप अपने मूड में सुधार महसूस करेंगे ।

1. धन्यवाद दें या आभार व्यक्त करें 

कृतज्ञता सुख और जीवन की संतुष्टि दोनों में वृद्धि करती है, यह एक साधारण सी रणनीति है, जो दृष्टिकोण में अंतर लाती है। हमारे पास कृतज्ञता (gratitude ) एक शक्तिशाली भावना है, जो आनंद लेने में हमारी मदद करती है। किसी भी व्यक्ति ने हमारी किसी तरह की भी कोई मदद की हो उसका धन्यवाद करें, चाहे वह व्यक्ति कितना ही छोटा क्यों न हो।

एक अध्ययन में पाया गया है कि जब हम कृतज्ञता को अपनाते हैं, तो इससे खुशी 25% बढ़ जाती है। एक अन्य अध्ययन में पाया कि तीन-सप्ताह की अवधि में यह छोटा सा शब्द धन्यवाद ही खुशी और जीवन की संतुष्टि को मज़बूती से बढ़ाने के लिए पर्याप्त था। 

2. क्षमा करने की भावना को बढ़ावा दे

माइकल मैकुलॉ और रॉबर्ट एम्मन्स ( हैप्पीनेस रीसर्चर्स जिन्होंने द साइकोलॉजी ऑफ हैप्पीनेस का संपादन किया) के अनुसार, शिकायत रखने और शिकायत करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इस प्रकार की भावनाओं को कम करने का एक तरीका क्षमा को बढ़ावा देना है। यह बुरी घटनाओं की शक्ति, कड़वाहट और आक्रोश पैदा करने की शक्ति को कम करता है। 

3. उपहार देना या किसी की मदद करें

शोध से पता चला है कि दूसरों पर पैसा खर्च करने से हमें खुद पर पैसा खर्च करने से ज्यादा खुशी मिलती है और दयालुता के छोटे-छोटे काम करने से जीवन की संतुष्टि बढ़ जाती है। जब हम किसी को उपहार देते हैं, तो दूसरों पर खर्च करने से खुशी बढ़ती है। यह इसलिए है क्योंकि दूसरों को देना हमें अपने बारे में अच्छा महसूस कराता है। यह खुद को जिम्मेदार और लोगों को देने के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में मदद करता है, जो बदले में हमें खुश महसूस कराता है।

 दूसरों की मदद करना खुशी के स्तर को बढ़ाता है। जर्नल ऑफ हैप्पीनेस स्टडीज में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि दूसरों की मदद करने से हमें ज्यादा मात्रा में जीवन संतुष्टि मिलती है। 

4. व्यायाम करें 

नियमित व्यायाम करने से हम बेहतर महसूस करते हैं , इससे हमारी ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और तनाव कम होता है।

व्यायाम के लिए यह जरूरी नहीं है की हम जिम जाएं, कुछ देर खुली हवा में साधारण चलना भी अच्छा विकल्प है, यह हम सभी जानते हैं कि यह हमें बेहतर महसूस कराएगा, लेकिन हम इसे नियमित अपनाते नहीं हैं।

यदि घर के आस पास ही किसी काम से जा रहे हैं तो कोशिश करें की कार में ना जाकर पैदल ही निकल जाएं। यदि आप ऑफिस में हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप दोपहर के भोजन के समय कंप्यूटर के सामने ना बैठकर कुछ देर टहलने निकल जाएं।

5. मैडिटेशन 

विज्ञान साबित करता है कि ध्यान मस्तिष्क को शांत करता है। मैडिटेशन एक निश्चित अवधि के लिए शांत और एकाग्रचित होकर ध्यान केंद्रित करने की स्थिति है। यह माइंड – बॉडी मेथड है, जिसमे शरीर के कार्य को प्रभावित करने के लिए मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने के लिए कई तकनीकों का उपयोग किया जाता है। यह एक खुशहाल जीवन जीने का सबसे प्रभावी तरीका साबित हुआ है।

रिसर्च बताती हैं कि मैडिटेशन चिंता और डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है। मैडिटेशन के ठीक बाद शान्ति और संतुष्टि का अनुभव होता है। शोध यह भी बताते हैं कि नियमित मैडिटेशन से खुशी का स्तर बढ़ता है और मस्तिष्क को नया रूप मिलता है। मैडिटेशन तनाव के नकारात्मक पहलुओं को कम करता है।

मैडिटेशन तनाव कम करने और चिंता को दूर करने के अलावा भावनात्मक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। यह एकाग्रता को बढ़ाता है, उम्र से संबंधित स्मृति हानि को कम करता है और दयालुता उत्पन्न करता है।

6. संगीत सुनें

बेहतर महसूस करने के लिए उपयोग की जाने वाली रणनीतियों की सूची में संगीत सुनना भी मुख्य स्थान रखता है। 

संगीत कई तरह से हमारे मूड को प्रभावित कर सकता है, संगीत में सकारात्मक मूड को प्रबंधित करने की शक्ति है। यह अच्छे मूड को और भी बेहतर बना सकता है।

यहां तक ​​कि कई लोगों को तो उदास संगीत भी आनंद देता है। 

7. दिन में हुई 3 अच्छी चीजों की सूची बनाएं

रात को सोने जाने से पहले, दिन में हुई तीन अच्छी चीजों के बारे में सोचें। सिर्फ तीन चीजें जिन्होंने आपको थोड़ा बेहतर महसूस कराया जरूरी नहीं है की वे चीज़ें बहुत ख़ास हों।उनके होने का कारण भी सोचें।

अध्ययन ने यह साबित किया है कि जिन लोगों ने इस अभ्यास को किया, उनकी खुशी के स्तर में वृद्धि हुई और छह महीने बाद उनके डिप्रेशन के लक्षण कम हो गए।

यदि आप यहाँ बताई गई गतिविधियों को अपनाते हैं, तो आपकी सूची में आपके पास इनमे से ही कम से कम तीन चीज़ें होंगी। 

8. अपने स्थान को व्यवस्थित करें और सजाएं

जब हम  कुछ साफ करते है और यह फिर से नया जैसा दिखता है, तो संतोष और ख़ुशी महसूस होती है। हमारी कड़ी मेहनत के परिणाम के रूप में जब स्थान साफ-सुथरा दिखता है, यह देखकर खुशी होती है। अध्ययनों से पता चलता है कि एक स्वच्छ स्थान उत्पादकता बढ़ाता है और आपके दिमाग को भी तारो ताज़ा करने में मदद करता है। आप अपने शयनकक्ष, रसोई या किसी भी कमरे को पौधों, रंगीन पोस्टर या अन्य तरीकों से सजा सकते हैं। 

9.  उन चीजों को करें जिनमें आप अच्छे हैं

आमतौर पर हम सभी तब खुश रहते हैं जब हम उन चीजों को करते हैं जिनमें हमें उत्कृष्टता प्राप्त हैं। उन चीजों के बारे में सोचें जिनमें आप अच्छे हैं, वह कुछ भी हो सकता है – जैसे की सामाजिक कौशल, शारीरिक कौशल, खेल कौशल या कुछ भी हो सकता है, किसी को हंसाना या किसी की मदद करना।फिर उस कौशल का उपयोग करने के लिए दिन में कुछ समय निकालें। जब लोग अपने सिग्नेचर स्ट्रेंथ का अभ्यास करते हैं, तो इससे उन्हें खुशी मिलती है।

10. अच्छी नींद

नींद हमारे स्वास्थ्य और कार्यों सहित जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करती है। यह मुख्य रूप से हमारे  मूड और खुश रहने की क्षमता को प्रभावित करती है। आपने देखा होगा कि रात को नींद ना आने के बाद हमारे तनावग्रस्त और चिड़चिड़े होने की संभावना अधिक होती है। पर्याप्त नींद लेने के बाद, ये सभी भावनाएँ कम हो जाती हैं और हम फिर से सामान्य महसूस करते हैं।

वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि नींद की कमी मूड को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग एक सप्ताह तक हर रात केवल 4 – 5 घंटे की नींद लेते हैं, वे अधिक तनावग्रस्त, उदास, क्रोधित और मानसिक रूप से थकावट महसूस करने की शिकायत करते हैं। जब उन्होंने सामान्य नींद के पैटर्न को अपनाया, तो उनके मूड में भारी सुधार देखा गया, इसलिए अच्छे मूड और संपूर्ण खुशी के लिए पर्याप्त घंटों की नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है।

Recommended For You

About the Author: Kusum Kaushal

कुसुम कौशल ने उत्तराखंड में स्थित विश्वविद्यालय (हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी) से इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। हिंदी उनकी मूल भाषा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »