मेडिटेशन गहराई से सोचने या दिमाग को कुछ समय के लिए केंद्रित करने का अभ्यास है। यह मौन रहकर या जप की सहायता से किया जा सकता है और कई कारणों से किया जाता है, धार्मिक या आध्यात्मिक उद्देश्यों से लेकर मन की शान्ति पाने तक।
मैडिटेशन सदियों से किया जाता आ रहा है, यह अलग-अलग प्रकार से किया जाता है। हाल के वर्षों में दुनिया भर में मैडिटेशन की लोकप्रियता बढ़ी है। रिसर्च बतातीं हैं कि मैडिटेशन के कई लाभ हैं- जैसे यह दर्द में राहत देता है, रक्तचाप को नियंत्रित रखता है, तनाव और चिंता को कम करता है, नींद में सुधार करने में मददगार है, हृदय रोग के जोखिम को कम करता है, एकाग्रता और फोकस बढ़ाने में सहायक है।
मेडिटेशन का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए इसे नियमित करना आवश्यक है। आप मेडिटेशन करने की वह तकनीक चुन सकते हैं, जो आपके लिए सहज हो। अपने पसंदीदा तरीका अपनाने पर आप इसे नियमित रूप से करके इसका पूरा लाभ उठा सकेंगे। मेडिटेशन करने का कोई सही या गलत तरीका नहीं है, यह पूरी तरह से सब्जेक्टिव है। आपको एक ऐसा प्रकार चुनना चाहिए जो आपको लगता है कि वह आपको आध्यात्मिक रूप से जोड़ता है और आपको अधिक केंद्रित और शांत महसूस कराता है।
मेडिटेशन का कौन सा प्रकार चुनें ?
यहाँ हम मेडिटेशन के कुछ सामान्य प्रकारों या तकनीकों के बारे में जानेंगे। लेकिन उससे पहले अपने आप से यह प्रश्न पूछें जो आपको मेडिटेशन की सर्वोत्तम व्यक्तिगत तकनीक खोजने में मदद करेंगे:
1. आपको स्थिर बैठने पर ध्यान केंद्रित करना आसान लगता है या सक्रिय रहकर करना ?
2. आप अपने दिमाग से बुरे और नेगेटिव विचारों को हटाना चाहते हैं या ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं ?
3. आपको आवाज़ें विचलित करने वाली लगतीं हैं या शांत करने वाली ?
4. क्या आप चाहते हैं कि अन्य लोग भी आपके मेडिटेशन अभ्यास से लाभान्वित हों ?
इन प्रश्नों का उत्तर जानने के बाद आपको अपने लिए मेडिटेशन की सही तकनीक चुनने में मदद मिलेगी।
मेडिटेशन के कुछ मुख्य प्रकार
1. मंत्र द्वारा मेडिटेशन
यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छी विधियों में से एक है, जो मौन रहकर मेडिटेशन नहीं कर पाते हैं और मंत्र दोहराने से उन्हें शांति मिलती है।
मंत्र मेडिटेशन अलग-अलग कारणों से किया जाता है। कुछ इसे विकर्षणों या भावनाओं के खिलाफ एक प्रकार की मानसिक सुरक्षा के रूप में करते है, जैसे कि नींद न आना या भय का सामना करना। कई इसे गहरे आध्यात्मिक उद्देश्य को पूरा करने के लिए करते हैं। प्राचीन समय में, मन-हृदय पर ध्यान केंद्रित करके परमात्मा से जुड़ने के लिए मंत्र पाठ का उपयोग किया जाता था।
मंत्र द्वारा मेडिटेशन का अभ्यास हजारों वर्षों से किया जा रहा है। मंत्र का जाप या पाठ करें जैसे कि संस्कृत शब्द ‘ओम’ का जाप कर सकते हैं। इसे मन ही मन में भी दोहरा सकते हैं या जोर से बोलकर जप कर सकते हैं, दोहराव दिमाग को शांत करता है।आप एक प्रेरणादायक वाक्यांश भी चुन सकते हैं। मंत्र मेडिटेशन का अभ्यास समूह में या अकेले किया जा सकता है।
2. माइंडफुलनेस मेडिटेशन
माइंडफुलनेस मेडिटेशन में “अभी” (present ) पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया जाता है, ताकि मूल्यांकन (judgment ) किये बिना अपने विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं को स्वीकार कर सकें। माइंडफुलनेस मेडिटेशन एक मानसिक प्रशिक्षण का अभ्यास है, जो हमें तेज़ी से भागते हुए विचारों को धीमा करना, नकारात्मकता को दूर करना , मन और शरीर दोनों को शांत करना सिखाता है।
माइंडफुलनेस तकनीक अलग-अलग हो सकती है, लेकिन सामान्य तौर पर, माइंडफुलनेस मेडिटेशन में सांस लेने का अभ्यास व् शरीर और दिमाग के बारे में जागरूकता शामिल है। इसे शुरू करने के लिए, आरामदायक जगह, 5 मिनट का समय और एक निर्णय-मुक्त मानसिकता चाहिए।
माइंडफुलनेस मैडिटेशन का स्वयं अभ्यास करना आसान है, लेकिन यदि आप विशिष्ट स्वास्थ्य कारणों से मैडिटेशन का अभ्यास कर रहे हैं, तो आप एक शिक्षक की मदद ले सकते हैं।
3. ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (टीएम) (Transcendental meditation)
यह व्यवस्थित रूप से मेडिटेशन करने वाले व्यक्ति के लिए उपयुक्त है। ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन तकनीक दिमाग को अत्यंत शांत करने का एक बहुत ही सरल, प्राकृतिक और सहज तरीका है।
हमारे देश के महान शिक्षक महर्षि महेश योगी ने टीएम तकनीक को पूरी दुनिया में पेश किया है। दुनिया भर में ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन (टीएम) ने विज्ञान का सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया है। शोध से पता चला है कि टीएम उच्च रक्तचाप को कम कर सकता है।
श्वास पर ध्यान देने के आलावा ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन में ध्यान केंद्रित करने में मदद करने के लिए संस्कृत शब्दों और मंत्रों की एक श्रृंखला का उपयोग किया जाता है। लिंग या जन्म वर्ष जैसे कारकों के आधार पर प्रत्येक छात्र को एक व्यक्तिगत मंत्र दिया जाता है। ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन आराम से बैठकर दिन में दो बार 20 मिनट के लिए करने के लिए कहा जाता है।
4. कृतज्ञता मेडिटेशन (Gratitude meditation)
कृतज्ञता मेडिटेशन मेडिटेशन की सबसे आसान शैलियों में से एक है और इसका अभ्यास पूरे दिन में किसी भी समय किया जा सकता है। इसे कहीं भी, यहां तक कि चलते-फिरते भी किया जा सकता है। इस में उन चीजों पर ध्यान देना शामिल है, जिनके लिए हम आभारी हैं और इस सराहनात्मक अनुभूति को अपने अंदर दृढ़ करते हैं। इसका अभ्यास करने से भलाई की भावना विकसित होती है, मानसिक स्वास्थ्य बेहतर और व्यक्तिगत संबंध मजबूत होते हैं।
5. विपश्यना मैडिटेशन (Vipassana meditation)
यह मेडिटेशन का एक प्राचीन भारतीय रूप है, जिसका अर्थ है चीजों को वैसे ही देखना जैसे वे वास्तव में हैं। इसे स्वयं बुद्ध द्वारा सिखाया गया मेडिटेशन का रूप माना जाता है।
विपश्यना मेडिटेशन का लक्ष्य आत्म-निरीक्षण के द्वारा आत्म-परिवर्तन करना है। यह मन और शरीर के बीच एक गहरा संबंध स्थापित करने के लिए, शरीर में शारीरिक संवेदनाओं पर अनुशासित ध्यान के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। शिक्षकों का दावा है कि निरंतर अंतर्संबंध से मन प्रेम और करुणा से भर जाता है।
विपश्यना में आमतौर पर 10-दिवसीय पाठ्यक्रम के दौरान पढ़ाया जाता है और छात्रों से कुछ नियमों का पालन करने के लिए कहा जाता है, जिसमें सभी नशीले पदार्थों से परहेज़ करना, झूठ बोलना, चोरी करना, यौन गतिविधि और किसी भी जीव को ना मारना शामिल है।
6. निर्देशित मेडिटेशन (Guided Meditation)
निर्देशित मेडिटेशन को निर्देशित इमेजरी या विज़ुअलाइज़ेशन भी कहा जाता है, यह मेडिटेशन की एक ऐसी विधि है जिसमें मानसिक चित्र या स्थितियां बनाते हैं, जो दिमाग को रिलैक्स करतीं हैं।
यह प्रक्रिया आम तौर पर एक गाइड या शिक्षक के नेतृत्व में की जाती है, इसमें इमेजरी के रचनात्मक उपयोग के साथ निर्देशों की एक श्रृंखला के माध्यम से निर्देशित किया जाता है। इसका अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए अक्सर यह सुझाव दिया जाता है कि जितनी संभव हो उतनी इंद्रियों का उपयोग करें, जैसे गंध, ध्वनियां और बनावट या आकार।
7. गतिशील मेडिटेशन (Movement meditation)
जिन लोगों का मन चुप रहने पर विचलित हो जाता है, उनके लिए यह उपयुक्त है या जो लोग पूरे दिन डेस्क पर बैठकर काम करते हैं और गतिशील रहकर शांति पाना चाहते हैं। यह मेडिटेशन मन को एकाग्र करने में मदद करने के लिए गति का उपयोग करता है। इसमें कई रूप शामिल हो सकते हैं, जैसे -भूलभुलैया चलना, योग, बागवानी इत्यादि। मेडिटेशन कुछ श्वास तकनीकों के साथ विशिष्ट गतियों पर केंद्रित होता है।
8. प्रेम सज्जनता मेडिटेशन ( Loving kindness meditation)
यह मेडिटेशन उन लोगों के लिए आदर्श है जो करुणा, संबंध और आत्म-स्वीकृति को बढ़ावा देना चाहते हैं।
यह एक लोकप्रिय मेडिटेशन तकनीक है, जिसका उपयोग क्षमा, संबंध और आत्म-स्वीकृति की क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस मेडिटेशन में प्रेमपूर्ण ऊर्जा को अपनी ओर और दूसरों पर केंद्रित करते हैं – यहां तक कि उन लोगों पर भी जिन्हें आप नापसंद करते हैं या जो अजनबी हैं।
ध्यान करते समय, अपने आप को पूर्ण कल्याण और आंतरिक शांति का अनुभव करने की कल्पना करने का प्रयास किया जाता है।
अभ्यास करते वक्त सौहार्दपूर्ण भावनाओं को जगाने के लिए कुछ विशेष शब्दों और वाक्यांशों को दोहराया जाता है। ऐसा आमतौर पर माइंडफुलनेस और विपश्यना मेडिटेशन में भी किया जाता है।
आरामदायक स्थिति में बैठकर अभ्यास किया जाता है। कुछ गहरी सांसों के बाद, निम्नलिखित शब्दों को धीरे-धीरे और स्थिर रूप से दोहराएं – क्या मैं खुश रह सकता या सकती हूँ, क्या मैं सुरक्षित रह सकता या सकती हूँ, मैं स्वस्थ, शांतिपूर्ण और मजबूत रहूं, क्या मैं आज प्रशंसा दे और प्राप्त कर सकता या सकती हूं
प्रियजनों पर अपना ध्यान केंद्रित करने से पहले कुछ क्षणों के लिए आत्म-करुणा की उन भावनाओं का आनंद लें। किसी ऐसे व्यक्ति से शुरुआत करें, जो आपके बहुत करीब हैं, और उसके लिए अपना आभार और प्यार महसूस करें। उनके लिए आश्वस्त करने वाले वाक्यांश दोहराएं – आप खुश और सुरक्षित रहें।
9. फॉरेस्ट बाथिंग (Forest bathing)
80 के दशक में जापान के कृषि मंत्रालय ने “फॉरेस्ट बाथिंग” शब्द बनाया, जिसका अर्थ है वन के वातावरण को अब्सॉर्ब करना। यह अभ्यास लोगों को प्रकृति से जुड़ने और समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करता है, चाहे वह प्रकृति के वातावरण में शांतिपूर्वक चलना हो, शांतिपूर्ण बैठना हो और सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करना हो, या बागवानी करना हो। वास्तव में, शोध में पाया गया है कि प्रकृति में रहना हमारे लिए अच्छा है, इससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बेहतर नींद और भावनाओं को मजबूत करना शामिल है।
यह मेडिटेशन शरीर के विभिन्न हिस्सों पैर की उंगलियों से लेकर चेहरे तक पर ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यवस्थित रूप से मार्गदर्शन करता है। यह आपको आपकी शारीरिक संवेदनाओं से अवगत कराने और तनाव दूर करने के लिए बनाया गया है। इसे बैठे या लेटे हुए किया जा सकता है।
10. चक्र मेडिटेशन (Chakra Meditation)
चक्र एक प्राचीन संस्कृत शब्द है। चक्र शरीर में ऊर्जा और आध्यात्मिक शक्ति के केंद्रों का उल्लेख करते हैं। शरीर में सात चक्र माने जाते हैं। प्रत्येक चक्र शरीर के अलग-अलग हिस्से में स्थित होता है और प्रत्येक का उसके अनुरूप रंग होता है।
चक्र मेडिटेशन रिलेक्स करने के लिए विभिन्न चक्रों में संतुलन लाने की तकनीकों पर आधारित है। इनमें से कुछ तकनीकों में शरीर के प्रत्येक चक्र और उसके अनुरूप रंग को काल्पनिक रूप से चित्रित करना शामिल है।
यहाँ मेडिटेशन के कुछ मुख्य प्रकारों के बारे में बताया गया है, इसके अतिरिक्त भी मेडिटेशन करने के कई प्रकार हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार या कारणों को देखते हुए कोई भी प्रकार चुन सकते हैं।