मोरिंगा पाउडर क्या है
मोरिंगा पाउडर वास्तव में प्रकृति का एक वरदान है, यह पोषक तत्वों से भरपूर है। यह तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है। इसकी पत्तियों, फूलों और फलों सभी का उपयोग खाने में किया जाता है। पत्तियां और फल दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर हैं। मोरिंगा पाउडर के कई औषधीय उपयोग है। मोरिंगा पाउडर मोरिंगा ओलीफेरा पेड़ की सूखी पत्तियों से बनाया जाता है, जो अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। हमारे देश में यह आसानी से उपलब्ध है। इसके बीज की फली के आकार और इसकी जड़ों के स्वाद के कारण इस पेड़ को अक्सर “ड्रमस्टिक ट्री” या “हॉर्सरैडिश ट्री” भी कहा जाता है।
मोरिंगा पाउडर के पोषक तत्व
मोरिंगा की पत्तियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। ये विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हैं। मोरिंगा पाउडर में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्वों में शामिल हैं –
1. विटामिन – मोरिंगा की पत्तियां विटामिन से भरपूर होती हैं, विशेष रूप से विटामिन ए, विटामिन सी और बी विटामिन जैसे बी1 (थियामिन), बी2 (राइबोफ्लेविन) और बी3 (नियासिन)।
2. मिनरल्स – मोरिंगा में कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं।
3. फाइबर – मोरिंगा की पत्तियों में आहार फाइबर भी होता है, जो पाचन में सहायता करता है और आंत स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
4. प्रोटीन – मोरिंगा की पत्तियों में प्रोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है, जिस कारण यह पौधे-आधारित प्रोटीन का एक मूल्यवान स्रोत है।
5. एंटीऑक्सीडेंट- मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।
6. अमीनो एसिड – मोरिंगा आवश्यक अमीनो एसिड का एक अच्छा स्रोत है, जो प्रोटीन के निर्माण में सहायक हैं।
7. फाइटोकेमिकल्स – इसमें क्वेरसेटिन, क्लोरोजेनिक एसिड और बीटा-कैरोटीन सहित विभिन्न बायोएक्टिव यौगिक शामिल हैं।
100 ग्राम मोरिंगा पाउडर में लगभग 27 ग्राम प्रोटीन, 2.3 ग्राम फैट , 38.2 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 19 ग्राम फाइबर होता है।
मोरिंगा पाउडर के लाभ
मोरिंगा पाउडर ने प्रभावशाली पोषण सामग्री और स्वास्थ्य लाभों के कारण हाल के वर्षों में लोकप्रियता हासिल की है। मोरिंगा पाउडर के कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभों में शामिल हैं –
1. ब्लड शुगर के स्तर को कम करना – कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि मोरिंगा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे यह मधुमेह या इस स्थिति के विकसित होने के जोखिम वाले लोगों के लिए संभावित रूप से उपयोगी हो सकता है। मधुमेह दो प्रकार की होती है , टाइप 1 और टाइप 2, अध्ययन में पाया गया कि मोरिंगा की पत्ती दोनों प्रकार के लिए प्रभावी है।
2. कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है – मोरिंगा कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, यह खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और कुल कोलेस्ट्रॉल दोनों को कम करने में मदद करता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर को हृदय संबंधी समस्याओं के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है। मोरिंगा पाउडर सहित कई पौधों के खाद्य पदार्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और मोरिंगा पाउडर में मौजूद बायोएक्टिव यौगिक हृदय रोग से बचाते हैं।
3. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है – इस बात के कुछ सबूत हैं कि मोरिंगा रक्तचाप को कम करने में मदद करता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
4. पोषक तत्वों से भरपूर – मोरिंगा विटामिन ए विटामिन बी6, विटामिन सी, मैग्नीशियम और प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। इसके नियमित सेवन से कई पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। पत्तियों में उच्च मात्रा में विटामिन ए होता है, जो रतौंधी और अन्य आंखों की समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
एनीमिया से पीड़ित लोगों को भी नियमित रूप से मोरिंगा का सेवन करने से फायदा होता है। ताजी पत्तियों का सेवन हमेशा सर्वोत्तम होता है, लेकिन यदि ताजी उपलब्ध नहीं है, तो पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
5. रोगाणुरोधी और कृमिनाशक गुण – मोरिंगा में रोगाणुरोधी गुण होते हैं और पारंपरिक रूप से इसका उपयोग विभिन्न संक्रमणों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। यह कई माइक्रोबियल उपभेदों के खिलाफ प्रभावी है। इसमें शक्तिशाली कृमिनाशक गुण भी साबित हुए हैं।
6. सूजन रोधी गुण – मोरिंगा में सूजन रोधी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सूजन बहुत आम है और यह चोट के प्रति हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रियाओं में से एक है। लेकिन जब सूजन लंबे समय तक बनी रहे तो यह एक बड़ी समस्या बन जाती है। पुरानी सूजन को हृदय रोग, कैंसर आदि सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा गया है।
कई जड़ी-बूटियाँ और मसाले इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं और मोरिंगा उस सूची में सबसे ऊपर है। मोरिंगा पाउडर में मौजूद आइसोथियोसाइनेट्स और टैनिन इसके सूजनरोधी गुणों के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
7. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है – मोरिंगा में विभिन्न विटामिन और खनिज होते हैं जो स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करते हैं। विटामिन सी, विशेष रूप से प्रतिरक्षा कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
8. त्वचा को स्वस्थ्य रखता है – मोरिंगा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन त्वचा को स्वस्थ बनाने, उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने और चमकदार रंगत को बढ़ावा देने में योगदान करते हैं।
मोरिंगा पाउडर के संभावित साइड इफेक्ट्स
1. आमतौर पर मोरिंगा पाउडर को अधिकांश लोगों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ माना जाता है, इसके कुछ मामूली दुष्प्रभाव भी हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है। मोरिंगा की बहुत ज्यादा मात्रा में, पत्तियों, छाल, जड़ों और मोरिंगा फल में रेचक(लैक्सटिव) गुण होते हैं।
2. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अपने आहार में मोरिंगा की पत्तियों या उत्पादों को शामिल करने से पहले अपने डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए।
3. रक्त पतला करने वाली दवाओं का सेवन करने वाले लोगों को भी मोरिंगा से बचना चाहिए जब तक कि वे अपने डॉक्टर से परामर्श न कर लें।
4. मोरिंगा पाउडर का अधिक सेवन करने से पेट खराब हो सकता है और दस्त हो सकते है। इसके ज्यादा मात्रा में सेवन से रक्त शर्करा का स्तर और रक्तचाप भी काफी कम हो सकता है इसलिए कृपया सावधानी बरतें।
मोरिंगा की पत्तियां प्रचुर मात्रा में पोषण प्रदान करती हैं, इनकी सूजन-रोधी प्रकृति होती है। इनके एंटीऑक्सीडेंट गुण इनके सेलुलर-स्वास्थ्य सुरक्षात्मक गुणों के साथ मिलकर इन्हे एक नया ‘सुपरफूड’ बनाते हैं। भरपूर स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए डॉक्टरों की सलाह पर इन्हें अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाएं।
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