आजकल हम सुनते हैं कि सफेद खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, लेकिन सफेद रंग के सभी खाद्य पदार्थ हानिकारक नहीं होते हैं। सफ़ेद रंग के कुछ खाद्य पदार्थ बहुत ही पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ सफ़ेद रंग के स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों के बारे में।
1. नारियल – नारियल दिमाग की शक्ति को बढ़ाता है। यह पोषक तत्वों को एब्सॉर्ब करने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, थायराइड को संतुलित करता है, याददाश्त में सुधार करता है और अल्जाइमर को रोकता है। नारियल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। यह त्वचा, बालों,आंखों, वजन नियंत्रित रखने, हड्डियों के लिए अच्छा है और यह हाइड्रेटेड रखता है। कॉपर और आयरन से भरपूर, यह लाल रक्त कोशिकाओं के साथ-साथ सेलेनियम, एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट का उत्पादन करने में मदद करता है जो सेल्स को बचाते हैं।
2. शुद्ध घी – यह मस्तिष्क के कार्य और इम्युनिटी को बढ़ाता है, पाचन क्रिया को मजबूत करता है, आयुर्वेद में सदियों से इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता रहा है। शुद्ध घी जोड़ों को चिकनाई देता है और आवश्यक विटामिन विशेष रूप से विटामिन डी को अवशोषित (absorb) करने में मदद करता है। यह हार्मोन को अच्छी तरह से काम करने में भी मदद करता है। गाय के घी में अच्छी गुणवत्ता वाला संतृप्त (saturated ) फैट होता है, जो मस्तिष्क के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।
3. तिल के बीज – तिल मिनरल्स का पावरहाउस है। ये कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत हैं। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, इसलिए यह कब्ज की समस्या को दूर करते हैं। ये कोलन कैंसर, ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करते हैं। ये माइग्रेन और पीएमएस के लक्षणों से राहत देते हैं।
4. प्याज और लहसुन – लहसुन और प्याज लंबे समय से अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं, इनमें एलिसिन और एलिनिन होते हैं, जो रक्तचाप में सुधार और कुल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अधिकतम स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए इन्हे कच्चा खाएं। इनमे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये एंटी-एजिंग फ़ूड हैं, क्योंकि इनमें सल्फर होता है। प्याज सनस्ट्रोक को दूर रखता है और बलगम को सुखाता है, यह सर्दी और खांसी से बचाव रखते हैं।
5. फूलगोभी – इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये विटामिन और मिनरल्स में समृद्ध हैं। इसमें फोलेट, फाइबर और पोटेशियम होता है, इसमें अमीनो एसिड होता है और कैंसर की रोकथाम, वजन कम करने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और आंत के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। ये लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स डाइट के लिए उपयुक्त हैं।
6. मशरूम – मशरूम में कैलोरी, सोडियम, फैट और कोलेस्ट्रॉल कम होता है। ये राइबोफ्लेविन, विटामिन डी और सेलेनियम का एक बड़ा स्रोत होते हैं, जो सूजन (inflammation)को कम करके, रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके कोरोनरी हृदय रोग को रोकने में मदद कर सकते हैं। मशरूम की एक सर्विंग सेलेनियम की दैनिक मात्रा का 30 प्रतिशत प्रदान करती है। मशरूम के पोषण मूल्य उन्हें मीट का एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं।
7. केले – ये रक्तचाप और कब्ज के साथ-साथ एसिडिटी को भी कम करते हैं। ये शरीर में फील-गुड केमिकल पैदा करते हैं, जो तनाव को कम करने में मदद करते हैं। केला बुद्धि के लिए भी एक बेहतरीन एनर्जी-बूस्टर है। पोटेशियम मस्तिष्क के लिए ईंधन के रूप में कार्य करता है,जबकि मैग्नीशियम हमारी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार करने में मदद करता है। यह तुरंत ऊर्जा देता है।
8. शलगम – शलगम बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक सब्जी है। लगभग एक कप में केवल 30 कैलोरी होती है जो वजन घटाने के लिए आदर्श है। इससे दैनिक अनुशंसित विटामिन सी की मात्रा का 30 प्रतिशत मिल जाता है। ये आहार फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं, इसलिए यह कब्ज, दस्त, ऐंठन और सूजन के लक्षणों के साथ-साथ कभी-कभी उत्पन्न होने वाली गैस्ट्रिक समस्याओं का इलाज करने में मदद कर सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रित रखता है, जो स्ट्रोक और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाते हैं। चूंकि शलगम एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत है, यह ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है जो कैंसर का एक प्रमुख कारण है।
9. आलू – आलू पूरे साल भर उपलब्ध होने वाली सब्जी है। आलू पोटेशियम की अनुशंसित दैनिक मात्रा का 46 प्रतिशत प्रदान करते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।आलू दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय सब्जियों में से एक है। आलू भारतीय भोजन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। आलू विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर, बी विटामिन कॉपर, ट्रिप्टोफैन, मैंगनीज और यहां तक कि ल्यूटिन का एक बढ़िया स्रोत हैं, ये शरीर में सूजन को रोकते हैं, इम्युनिटी को बढ़ाते हैं और खून के दौरे को स्वस्थ्य बनाये रखते हैं। कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर आलू हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
10. दही – दही भारत के अधिकांश घरों में मुख्य खाद्य पदार्थ है। दही को दुनिया के सबसे स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है क्योंकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह कैल्शियम, विटामिन बी2, विटामिन बी12, पोटैशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। दही न सिर्फ सेहत के लिए अच्छा है बल्कि त्वचा के लिए भी एक बेहतरीन मॉइश्चराइजर है। दही एक प्रोबायोटिक डेयरी उत्पाद है, इसलिए यह पेट के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। दही में मौजूद फायदेमंद बैक्टीरिया पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखते हैं।
आजकल नो व्हाइट फूड्स डाइट चलन में है। जो वजन घटाने और ब्लड शुगर को संतुलित रखने के लिए सफेद रंग के खाद्य पदार्थों को कम करने पर केंद्रित है, पर जिन सफेद खाद्य पदार्थों को कम करने की बात की जाती है, उनमें अति रिफाइंड और प्रॉसेस्ड फ़ूड, रिफाइंड अनाज ,चीनी इत्यादि आते हैं, जिन्हे आसानी से साबुत अनाज, फलों और सब्जियों जैसे पौष्टिक विकल्पों से बदला जा सकता है।
किसी खाद्य पदार्थ के गुणों का केवल उसके रंग से मूल्यांकन करना की वे स्वाथ्यवर्धक हैं या नहीं सही तरीका नहीं है। कई सफेद खाद्य पदार्थ अत्यधिक पौष्टिक होते हैं और वजन घटाने के लिए इनका उपयोग किया जाता है।