सौंफ के स्वास्थ्य लाभ
सौंफ न केवल एक लोकप्रिय मसाला हैं, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण पारंपरिक चिकित्सा में भी इसका उपयोग किया जाता रहा है।
सौंफ़ पाचन में सुधार करती है। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो कब्ज को रोकने में मदद करती है। सौंफ के एंटी-स्पास्मोडिक गुण पेट की ऐंठन और आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस) के अन्य लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। सौंफ़ में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो विशेष रूप से महिलाओं में हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं।
कफनाशक गुण के कारण ये ब्रोंकाइटिस और खांसी जैसी स्थितियों के इलाज में उपयोगी होते हैं। सौंफ़ में पोटेशियम होता है जो सोडियम के प्रभाव को कम करके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
सौंफ़ के बीज में विटामिन ए होता है, जो आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
1. शरबत बनाने की विधि
सामग्री (चार लोगों के लिए )
- सौंफ – 1/2 कप
- भुना जीरा पाउडर – 1 चम्मच
- काला नमक ( स्वादानुसार ) – 1/2 छोटा चम्मच
- चीनी ( स्वादानुसार ) खंड या मिश्री – 1 चम्मच
- जलजीरा पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
- दालचीनी पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
शरबत की रेसिपी
सौंफ को पानी में भिगा दें और रात भर पानी में भीगा रहने दें, तुलसी के बीजों को (अगर पसंद हों) अलग से थोड़े से पानी में भिगो दें। इसे भिगोने के बाद सुबह ब्लेंडर में मिक्स कर लें। सौंफ के पानी को अच्छे से छान लें, फिर इसमें बर्फ डालकर अच्छी तरह हिलाएँ। इसमें चीनी और स्वादानुसार काला नमक मिलाएं। एक चुटकी दालचीनी डालें। अंत में परोसने से पहले तुलसी के बीज मिलाएं।
2. शरबत बनाने की विधि
सामग्री
- सौंफ – 1 कप
- हरी इलायची – 6 – 7
- नींबू का रस – 1 से 11 /2 चम्मच
- पुदीने की पत्तियाँ – 5 – 6
- चीनी या मिश्री – स्वादानुसार
विधि
सौंफ, इलायची और मिश्री (अगर मिश्री डाल रहें हैं ) को मिक्सर में बारीक़ पीसकर पाउडर बना लें। शरबत बनाने के लिए एक गिलास पानी में दो चम्मच पीसा गया पाउडर मिलाकर एक घंटे के लिए रख दें। एक घंटे बाद इस पानी को छान लें और इसमें नींबू का रस मिलाएं, इसमें स्वादानुसार पानी और डाले अंत में पुदीने की पत्तियाँ सजाकर और बर्फ की टुकड़ियां मिलाकर ठंडे-ठंडे शरबत का आनंद लें।