सुपर फूड्स का नाम सुनते ही लोगों के मन में बहुत ही महंगे और विदेश से आयातित सुपर फूडस का खयाल आने लगता है। हम लोगों को इन महंगे और विदेश से आयात किए गए फूड्स पर पैसा खर्च करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे इस लेख में हम आपको उन खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहें है जो की आपकी किचन में आम पाए जाते हैं परंतु आपने उनकी सुपर पॉवर्स के बारे में शायद ठीक से जाना नहीं हैं।
सुपर फूड्स क्या होते हैं ?
सुपरफूड ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें बहुत अधिक पोषण घनत्व होता है। इसका मतलब है कि वे पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व और बहुत कम मात्रा में कैलोरी प्रदान करते हैं।सुपरफूड्स में पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल्स हमारे शरीर को बीमारियों से दूर रखते हैं और हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। जब इन्हे संतुलित आहार में शामिल किया जाता है, तो ये खाद्य पदार्थ हृदय को स्वस्थ्य रखने, वजन घटाने, एनर्जी के स्तर में सुधार लाने में मदद करते हैं और यहां तक कि उम्र बढ़ने के प्रभावों को भी कम करते है। आइये इनमे से कुछ सुपर फूड्स के बारे में जानते हैं जिन्हे हमें अपने भोजन में शामिल करना चाहिए।
सुपर फूड्स कौन कौन से हैं
1.चकुंदर(बीटरूट )
सुपर फ़ूड की लिस्ट में चुकंदर का मुख्य स्थान है । यह पहले 10 सुपर फूड्स की लिस्ट में हमेशा रहता है। यह बीट फाइबर, मैंगनीज, पोटेशियम, विटामिन बी 9, आदि का एक बड़ा स्रोत माना जाता है, लेकिन हाल के अध्ययनों से पता चला है कि चुकंदर मांसपेशियों की रिकवरी के लिए भी बहुत अच्छा है। सूजन से लड़ने वाले एंटीऑक्सिडेंट और नाइट्रेट्स की उपस्थिति पूरे शरीर में स्वस्थ रक्त प्रवाह(ब्लड सर्कुलेशन ) करते है, जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों में तेजी से सुधार होता है और शरीर को अधिक व्यायाम करने की शक्ति मिलती है।
2.खमीर युक्त खाद्य पदार्थ
दही इस श्रेणी का एक प्रमुख उदाहरण है, क्योंकि पेट का स्वास्थ्य आज के पोषण के नए पहलुओं में से मुख्य है। दही में प्रोबायोटिक्स घटक होते हैं दही पचाने में आसान है और पाचन क्रिया को भी मज़बूत करता है दही एनर्जी बूस्टर है । दही एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में भी काम करता है जो कसरत के बाद तेजी से एनर्जी देने में मदद करता है। विटामिन और खनिजों में समृद्धता दही एक बेहतरीन प्री-वर्कआउट फूड भी माना जाता है।कैल्शिम का अच्छा स्रोत्र होने के कारण यह हड्डियों व् दातों को मज़बूत रखता है।दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स सफेद रक्त कोशिकाओं की गिनती को बढ़ाते हैं जो संक्रमण से लड़ते हैं। इससे हमारी इम्मुनिटी बढ़ती है।
3.तुलसी
तुलसी के पत्ते विटामिन ए, सी , के और कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन पोटेशियम जैसे खनिजों से भरपूर होते हैं। इसमें प्रोटीन और फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है।अध्ययन से पता चला है कि तुलसी में प्राकृतिक रसायन होते है वे मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। तुलसी को इम्मुनिटी बूस्टर भी कहा जाता है।
4.हल्दी
हल्दी का इस्तेमाल हमारे जैसे एशियाई देशों में सदियों से होता आ रहा है लेकिन दुनिया के बाकी हिस्सों को हल्दी से होने वाले कई फायदों के बारे में पता अब चला है। इसे दवा के रूप में उपयोग किया जाता है, हमने तो हल्दी को अपने भोजन में इतनी अच्छी तरह से शामिल किया है कि भोजन हल्दी के बिना अधूरा लगता है। आयुर्वेद में हल्दी को रक्त शोधन में महत्वपूर्ण बताया गया है। हल्दी के सेवन से रक्त शोधित होता रहता है। इसे खाने से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।पतला होने के बाद रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियां नहीं होती ।
5.लहसुन
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के अनुसार, लहसुन के सेवन से कुछ प्रकार के कैंसर के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है,लहसुन वजन नियंत्रण में मदद करता है, सर्दी जुकाम में फ़ायदा पहुंचाता है, इसे रक्त शोधक भी माना जाता है, यह केलोस्ट्रोल को नियंत्रित करता है एवम हृदय रोगों को रोकने में सहायक होता है।
6.गहरे हरे रंग की सब्जियां
गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां (DGLV) फोलेट, ज़िंक , कैल्शियम, आयरन , मैग्नीशियम, विटामिन सी और फाइबर सहित पोषक तत्वों का एक उत्कृष्ट स्रोत होती हैं। इनमे हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह सहित पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने की क्षमता होती है। इनमे पालक ,ब्रोक्कोली व् गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं।
7.शकरकंद
शकरकंद एक रूट वेजीटेबल है जो पोटैशियम, फाइबर और विटामिन ए और सी सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये कैरोटिनॉइड का एक अच्छा स्रोत भी हैं,जो एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट होता है जो कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। मीठे स्वाद के बावजूद, शकरकंद ब्लड शुगर को उतना नहीं बढ़ाता जितना आप उम्मीद करते हैं। ये वास्तव में टाइप 2 मधुमेह के साथ रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार करता हैं।
8.मशरूम
मशरूम में विटामिन ए, पोटेशियम, फाइबर और कई ऐसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो ज्यादातर अन्य खाद्य पदार्थों में मौजूद नहीं होते हैं। रिसर्च में पता चला है की मशरुम अधिक पौष्टिक आहार है। इसमें मौजूद अद्वितीय एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के कारण, मशरूम सूजन को कम करने और कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में भी भूमिका निभाता है। मशरूम की एक और खासियत यह है कि इसे उगाने के लिए कृषि अपशिष्ट उत्पादों का उपयोग किया जाता है। यह मशरूम को एक स्वस्थ खाद्य प्रणाली का स्थायी घटक बनाता है ।
9.अदरक
इसका उपयोग पाक स्वाद बढ़ाने और इसके कई औषधीय प्रभावों के लिए किया जाता है।अदरक की जड़ में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है। पुरानी सूजन स्थितियों से दर्द को कम करने के लिए प्रभावी होता है। यह हृदय रोग, मनोभ्रंश और कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को भी कम करता है। अदरक ताजा, तेल या रस के रूप में और सूखे पाउडर रूपों में उपलब्ध है। इसका उपयोग खाने का स्वाद बढ़ाने और इसके कई औषधीय प्रभावों के लिए किया जाता है।
10.पुदीना
पारंपरिक तौर पर मिंट (Mint) का इस्तेमाल Aromatherapy के लिए किया जाता था। इसको किसी जगह से दुर्गंध गायब करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता रहा है। Peppermint और Spearmint इसके दो विभिन्न और हर जगह पाए जाने वाले रूप हैं।
पाचन तंत्र के लिए पुदीना के कई लाभ हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिए फायदे के साथ साथ इसके ताजे पत्तों का स्वाद भी अच्छा होता है। यह खट्टी डकार ,जी मिचलाना ,तनाव , सिरदर्द ,बंद नाक इत्यादि के लिए भी फायदेमंद है। पुदीना हमारी दिमागी शक्ति को भी बढ़ाता है।