फटी एड़ियां सर्दी के मौसम में होने वाली एक आम समस्या है, जो कभी-कभी दर्दनाक भी होती है। यह समस्या तब होती है जब एड़ी के पैड पर त्वचा सूख जाती है और कठोर हो जाती है और फिर खड़े होने और चलने से दबाव के कारण उसमे दरारें हो जाती है।
फटी एड़ियों क्यों होतीं हैं ?
फटी एड़ियां कॉलस के कारण होती हैं – कठोर मृत त्वचा की मोटी, परतें जो लंबे समय तक रगड़ लगने , दबाव या सूखेपन के कारण होती हैं। एक बार कैलस बनने के बाद, यदि यह बहुत अधिक सूखा हो जाता है और यदि इस पर चलना जारी रखते हैं तो यह आसानी से टूट सकता है।
ये दरारें लगातार दबाव और रगड़ लगने से गहरी हो जातीं हैं। यह दरार त्वचा की कोमल गहरी परतों तक पहुंच सकती है, जिससे खून भी आ सकता है और दर्द भी होता है।
कॉलस और एड़ी की दरारों के कई कारण होते हैं, जैसे -खराब फिटिंग के जूते, कठोर मौसम और मॉइस्चराइज की कमी, इसके साथ-साथ कुछ चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं जैसे – मधुमेह, हाइपोथायरायडिज्म और विटामिन की कमी इत्यादि।
फटी एड़ियों को ठीक करने के घरेलू उपाय
कई प्राकृतिक उपचार भी फटी एड़ियों के इलाज में मदद करते हैं। एप्पल साइडर सिरका सूजन को कम करता है, जबकि प्यूमिक स्टोन शुष्क, कठोर त्वचा को एक्सफोलिएट करने के लिए उपयुक्त होते हैं। नारियल का तेल, शहद और ओट्स संक्रमण को रोक सकते हैं और नमी बनाए रखने में मदद करते हैं।
लेकिन इन्हें आजमाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:
- कोई भी उपाय करने से पहले हमेशा अपने पैरों को साफ करें।
- किसी उपाय को लागू करने का सबसे अच्छा समय सोने से पहले है क्योंकि यह रात भर पैरों पर रहता है।
- किसी भी उपाय के परिणाम प्राप्त करने के लिए, इसे नियमित रूप से उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
1. नारियल का तेल
नारियल के तेल में मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं, साथ ही एंटी -इंफ्लेमेटरी गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इसके गुणों का फ़ायदा लेने के लिए मॉइश्चराइजर की जगह नारियल के तेल की मोटी परत एड़ियों पर लगाएं।
2. शहद
फटी एड़ियों को नरम करने और उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए शहद के रोगाणुरोधी और त्वचा मॉइस्चराइजिंग गुण प्रभावशाली होते हैं। शहद में घाव भरने वाले और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो सूखी-फटी एड़ियों का इलाज करने में मदद करते हैं। फटी एड़ियों पर 1 चम्मच शहद लगाएं , इसे लगभग 20 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
3. केले का इस्तेमाल करें
केले का उपयोग इसके मॉइस्चराइजिंग प्रभावों के कारण फटी एड़ियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। पके केलों को छीलकर मैश करके पेस्ट बना लें और इसे एड़ियों पर लगाएं। इसे करीब 10 मिनट तक लगा रहने दें और फिर पैरों को गुनगुने पानी से धो लें। इससे एड़ियाँ नरम और मुलायम हो जाएँगी।
4. एड़ियों को चावल के आटे से एक्सफोलिएट करें
चावल का आटा सूखी, परतदार त्वचा और गहराई तक जमी अशुद्धियों को साफ़ करता है। इसके अलावा, चावल का आटा त्वचा के लिए खोए हुए मिनरल्स को प्रदान करने में भी मदद करता है। थोड़े से चावल के आटे में शहद की कुछ बूंदें मिलाएं और गाढ़ा पेस्ट बना लें। पेस्ट को एड़ियों पर लगाएं और मृत, परतदार त्वचा को हटाने के लिए धीरे-धीरे से मालिश करें, फिर पैरों को गुनगुने पानी से धो लें। पैरों को सुखाकर मॉइस्चराइजर लगाएं।
5. ओट्स प्रयोग करे
ओट्स प्राकृतिक एक्सफोलिएंट है, इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि यह त्वचा के रूखेपन, स्केलिंग और खुरदुरेपन का सफलतापूर्वक इलाज कर सकता है।
ओटमील को नारियल के तेल या किसी अन्य प्लांट आयल के साथ मिलाकर स्क्रब बना सकते हैं। दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर ब्लेंडर में डालें और तब तक ब्लेंड करें जब तक इसका पेस्ट न बन जाए। इस पेस्ट को फटी एड़ियों पर लगाएं, 20-30 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर धीरे-धीरे फुट ब्रश से स्क्रब करें। गुनगुने पानी से धो लें और मॉइस्चराइजर लगाएं।
6. वैसलीन और नींबू का रस
वैसलीन एक मॉइस्चराइजर के रूप में कार्य करती है और नींबू के रस में साइट्रिक एसिड त्वचा को छीलने और नई त्वचा कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देता है।
लगभग 20 मिनट के लिए अपने पैरों को गर्म पानी में डुबोकर रखें फिर तौलिए से सुखाएं। 1 टीस्पून वैसलीन में 3-4 बूंद नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इस मिश्रण को एड़ी और पैरों पर अच्छी तरह लगाएं और जुराबें पहन लें सुबह उठकर अपने पैरों को गर्म पानी से साफ कर लें।
7. गुलाब जल
गुलाब जल त्वचा को हाइड्रेट करता है और इसे मुलायम भी बनाए रखता है। गुलाब जल का एक छोटा कटोरा लें, जिसमें पैर डूब जाएँ। इसमें पैरों को 20 मिनट तक डुबोकर रखें और फिर पैरों को तौलिये से पोंछ लें। इसे सप्ताह में दो बार करें।
8. शीया बटर से एड़ियों को मॉइस्चराइज़ करें
शीया बटर एड़ी की खुरदरी, फटी हुई त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज़ करने के लिए अच्छा है। अच्छे प्रभाव के लिए इसे लंबे समय तक प्रयोग करना चाहिए। सोने से पहले फटी एड़ियों पर शिया बटर लगाएं और मॉइस्चराइजर को त्वचा में गहराई तक जाने दें।
9. एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर में जीवाणुरोधी और एंटी -इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और ये गुण संक्रमण को दूर करके एड़ी की दरारों में लाभ पहुंचाते हैं।
एक बड़े कटोरे में 1 भाग सिरके को 2 भाग ठंडे पानी के साथ मिलाकर एप्पल साइडर विनेगर फुट सोक बना लें। इस मिश्रण में अपने पैरों को 5-10 मिनट के लिए डुबोकर रखें।
10. प्यूमिस स्टोन (झांवा)
प्यूमिस स्टोन पैरों पर कॉलस को हटाने के लिए बेहतरीन होता है और त्वचा की कठोर परतों को हटा देता है। यह कोमल, स्वस्थ नई त्वचा के विकास को प्रोत्साहित करता है। पैरों को साबुन के गुनगुने पानी में भिगोएँ, एड़ी को प्यूमिस स्टोन से एक्सफोलिएट करें और इसके बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं।
11. एलोवेरा जेल
एलोवेरा में अमीनो एसिड होता है, जो त्वचा को नरम करता है और इसमें हीलिंग गुण होते हैं। पैरों को ठीक करने के लिए इस जादुई सामग्री का प्रयोग करें। पैरों को प्यूमिस स्टोन से स्क्रब करें। एलोवेरा जेल को एड़ियों पर लगाएं और 2 मिनट तक मसाज करें। मोज़े पहनें और रात भर पैरों को ऐसे ही रहने दें। इसे तब तक करें जब तक आपकी एड़ियां सॉफ्ट न हो जाएं।
12. विटामिन ई तेल
फटी एड़ियों को ठीक करने के लिए विटामिन ई तेल का इस्तेमाल करें। यह त्वचा को मुलायम और चिकना भी रखता है। पैरों को प्यूमिस स्टोन से धोएं और स्क्रब करें। पैरों पर विटामिन ई तेल लगाएं और 2 मिनट तक इससे मालिश करें। इसे रात भर लगा रहने दें। इसे तब तक इस्तेमाल करें जब तक एड़ियां सॉफ्ट न हो जाएं।
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Apka blog bohot achcha laga apne artical bohot details me likha hai aur achche informetion de hai isko share karne ke thanks .
सैयद जी आपको आर्टिकल पसंद आया इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।