गोंद कतीरा क्या होता है ?
गोंद कतीरा त्रैगाकैंथ नामक कांटेदार पेड़ के गोंद से बनाया जाता है। यह पौधा प्राकृतिक रूप से इस गोंद का उत्पादन करता है, जिसे गोंद कतीरा के क्रिस्टल बनाने के लिए इकट्ठा किया जाता है।
यह पेड़ आमतौर पर मध्य पूर्व के पहाड़ों, खासकर ईरान में पाए जाते हैं। आयुर्वेद में औषधि रूप के में भी इस जड़ी बूटी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
गोंद कतीरा के कई लाभ हैं। शोध के अनुसार, इसमें एंटीऑक्सिडेंट, हाइपोग्लाइसेमिक, एंटीडायबिटिक, एंटी अल्सर जैसे कई गुण पाए जाते हैं। इसका कोई स्वाद नहीं होता और ना ही कोई गंध होती है।
गर्मी के मौसम में गोंद कतीरा ठंडक देता है, इसलिए इसे अक्सर एक पेय तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है, जो तपती गर्मी में शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। गोंद कतीरा में डेटॉक्स गुण होते हैं और इसलिए यह कब्ज के इलाज में बहुत मददगार है।
आयुर्वेद के अनुसार, गोंद ऊर्जा बढ़ाती है और स्वस्थ्य रखती है, यह सर्दी और खांसी होने से भी बचाती है। यह शरीर में विटामिन डी के स्तर को भी ठीक रखती है।
गोंद कतीरा में डिटॉक्स के गुण होते हैं और इसलिए यह कब्ज के इलाज में बहुत मददगार है। इसका नियमित उपयोग लैक्सेटिव के रूप में कार्य करता है। यह पेट में जलन और एसिडिटी को दूर करने में भी मदद करता है।
गोंद कतीरा के पोषण मूल्य (Nutrition Value)
यह मैग्नीशियम, कैल्शियम से भरपूर होता है और इसमें 3% प्रोटीन होता है। इसके पौष्टिक मूल्य संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ाने में सहायक हैं।
100 ग्राम गोंद कतीरा में –
फाइबर – 30 ग्राम
फैट – 0 ग्राम
कैलोरी – 70
हाइड्रेट्स – 5 ग्राम
सोडियम – 9 ग्राम सोडियम
कार्बोहाइड्रेट – 35 ग्राम
गोंद कतीरा के लाभ
1. डिहाइड्रेशन / हीट-स्ट्रोक का इलाज
गोंद कतीरा डिहाइड्रेशन को ठीक करने और हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए सबसे उपयोगी प्राकृतिक घरेलू उपचारों में से एक है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। इसका उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक दवाओं में दस्त, पेचिश, खांसी, बवासीर आदि के इलाज के लिए किया जाता है।
यह भूख न लगने की समस्या, सामान्य कमजोरी को ठीक करता है, इसके अलावा मौसमी संक्रमण के लिए भी अच्छा है। गोंद कतीरा में शरीर से गर्मी निकालने के गुण होते हैं।
2. पाचन तंत्र को ठीक रखता है
संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा पाचन तंत्र होना आवश्यक है। एक अच्छा पाचन तंत्र दिनभर ऊर्जावान बनाये रखने में मदद करता है, त्वचा को अच्छा और चमकदार रखता है। पाचन तंत्र का स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह शरीर के समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
ख़राब पाचन तंत्र त्वचा की समस्याओं, थकान, जोड़ों में दर्द, या यहां तक कि ऑटोइम्यून बीमारी जैसी सभी समस्याओं का कारण बन सकता है। गोंद कतीरा पाचन तंत्र के लिए अभूतपूर्व लाभ देता है। गोंद कतीरा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल गति को बढ़ावा देता है और आंत को स्वस्थ बनाए रखता है।
3. यूरिनरी फंक्शन में सुधार लाता है
यूरिन की समस्या होने पर गोंद कतीरा राहत पहुंचाता है। यह इन्फ्लेमेशन को कम करके यूरिनरी मसल्स को शांत करता है। यह यूरिन ब्लॉकेज के खतरे को भी कम करता है। यह संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
4. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है
यह शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए एक एंटीवायरल एजेंट के रूप में भी काम करता है। संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए और रोगों से लड़ने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली की आवश्यकता होती है। गोंद कतीरा के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मजबूत होती है। गोंद कतीरा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और संक्रमण को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते है, जो बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने में मदद करते हैं।
5. हड्डियों को मज़बूत रखता है
यह कैल्शियम से भरपूर होने के कारण हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। यह ऑस्टियोपोरोसिस के लिए भी फायदेमंद है। महिलाओं में मेनोपॉज से हड्डियाँ कमज़ोर हो सकतीं हैं, गोंद कतीरा के सेवन से इस जोखिम को कम किया जा सकता है। इसका सेवन जोड़ों को मजबूत बनाता है और बुढ़ापे में होने वाले फ्रैक्चर से बचाता है।
6. दर्द निवारक के रूप में कार्य करता है
कई अध्ययन गोंद कतीरा के दर्द निवारक प्रभावों के बारे में बताते हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह नर्वस सिस्टम के कई घटकों में प्रभावशाली है।
7. त्वचा को स्वस्थ्य रखता है
गोंद कतीरा त्वचा की देखभाल के लिए सौंदर्य प्रसाधनों में भी उपयोग किया जाता है। यह त्वचा को नरम और हाइड्रेटेड रखता है। मॉइस्चराइजिंग गुणों के कारण, गोंद कतीरा आमतौर पर त्वचा के लिए जैसे की मुँहासे, एक्जिमा, शुष्क त्वचा इत्यादि के लिए बनाई जाने वाली क्रीमों में प्रयोग किया जाता है। गोंद कतीरा में एंटी-एजिंग गुण होते हैं। एलोवेरा जेल या शहद के साथ इसका उपयोग किया जा सकता है।
8. वजन घटाने में सहायक
इसका कूलिंग इफेक्ट डिहाइड्रेशन से बचाता है। इसके अतिरिक्त, इसका सेवन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है और वजन घटाने में सहायता करता है। यह फाइबर में समृद्ध होता है, जो संपूर्ण शरीर के कार्यों को लाभ पहुंचाता है।
9. कैंसर से बचाता है
इसमें कैंसररोधी गुण होते हैं और इसमें बायोकेमिकल्स होते हैं, जो ट्यूमर के विकास से बचाते हैं।
10. महिलाओं के लिए लाभ
गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ आहार की आवश्यकता होती है। गोंद कतीरा शरीर को मजबूत बनाने और मातृत्व चुनौतियों से निपटने की क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
इसके सेवन से महिलाओं में पीरियड्स के दौरान रक्त प्रवाह नियंत्रित रहता है।
महिलाओं में कमर दर्द या हड्डियां को कमजोर होने से रोकने में मदद करता है।
गोंद कतीरा के नुक्सान
इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। गोंद कतीरा के कुछ दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:
1. कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। यदि आप गोंद के प्रति संवेदनशील है, तो इसके सेवन से बचना चाहिए।
2. अस्थमा के रोगियों में गोंद कतीरा सांस लेने में कठिनाई को ट्रिगर कर सकता है। अस्थमा के रोगी इसका सेवन करने से बचें।
3. पर्याप्त पानी ना पीने पर आंतों में ब्लॉकेज हो सकती है।
गोंद कतीरा को इस्तेमाल करने का तरीका
इसे कुछ घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें, जब वह फूल जाये तब वह इस्तेमाल करने के लिए तैयार है , इसे नींबू पानी, छास, सत्तू या शरबत जैसे विभिन्न पेय में मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
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