एनीमिया को खून में आयरन की कमी भी कहा जाता है। एनीमिया शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का ना होना है। एनीमिया को कम हीमोग्लोबिन के रूप में सूचित किया जाता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में मुख्य प्रोटीन है। हीमोग्लोबिन खून में फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर की सभी कोशिकाओं तक ले जाता है, ताकि वे ठीक से काम कर सकें। एनीमिया होने पर हीमोग्लोबिन का स्तर भी कम होगा। यदि यह काफी कम होता है तो शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है।
महिलाओं, छोटे बच्चों और लंबे समय से बीमार चल रहे लोगों में एनीमिया होने की संभावना अधिक होती है।
एनीमिया आयरन या विटामिन बी -12 के कम स्तर के कारण होता है। आयरन एक आवश्यक मिनरल है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए आवश्यक है, जो एक स्वस्थ इम्यून सिस्टम, मानसिक कार्य, मांसपेशियों की शक्ति और ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
शरीर आयरन नहीं बना सकता है, इसलिए इसे भोजन से प्राप्त करने की आवश्यकता है। यदि हम प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं खाते हैं, तो आयरन की कमी हो सकती है।
शरीर में आयरन की सही मात्रा होना जरूरी है। इसकी कमी से एनीमिया हो सकता है। शरीर में इसकी अधिक मात्रा भी विषैली हो सकती है।
आयरन की कमी के कारण
शरीर में आयरन की कमी के तीन मुख्य कारण होते हैं।
1. भोजन में पर्याप्त आयरन युक्त खाद्य पदार्थ नहीं खाना। कुछ लोगों को अन्य की तुलना में अधिक आयरन की आवश्यकता होती है। बच्चे, किशोर (विशेषकर लड़कियों ), गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं।
2. शरीर द्वारा आयरन को ठीक से एब्सॉर्ब ना कर पाना। भोजन में आयरन पेट और आंत्र के माध्यम से एब्सॉर्ब होता है। कुछ पेट और आंत्र सम्बन्धी स्थितियां इसे प्रभावित कर सकतीं है।
3. शरीर से खून की हानि – यदि किसी भी कारण के रक्तस्राव से खून की हानि होती है, तो इसका मतलब है कि आयरन की भी कमी होती है। अधिक रक्त हानि के कई कारण हो सकते हैं, जैसे की महिलाओं में भारी मासिक धर्म, किसी दवा लेने के कारण पेट या आंत्र में खून का बहना, सर्जरी के कारण खून की कमी इत्यादि।
एनीमिया के लक्षण
1. सांस लेने में परेशानी, चक्कर आना और सिरदर्द
स्वस्थ शरीर भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन हृदय, मांसपेशियों और अंगों तक पहुंचाता है। एनीमिया होने पर फेफड़े अधिक ऑक्सीजन लाने के लिए अधिक क्षतिपूर्ति करते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। हीमोग्लोबिन का निम्न स्तर पर्याप्त ऑक्सीजन को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकता है। परिणामस्वरूप सिरदर्द या चक्कर आ सकते हैं। थोड़े से परिश्रम से भी सांस लेने में तकलीफ या बेहोशी हो सकती है।
2. थकान और कमजोरी
रात की नींद के बाद भी थका हुआ या कमजोरी महसूस करना, एनीमिया के सामान्य लक्षण हैं। यह लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होता है जो ऑक्सीजन के स्तर को शरीर के अंगों तक नहीं पहुंचा पातीं हैं, जिस वजह से वे कुशलतापूर्वक कार्य नहीं कर सकते हैं। यह थकावट, आलस्य और कमजोरी का कारण बनता है।
3. हाथ, पैर ठंडे रहना
खून का दौरा ठीक से ना होने के कारण गर्म मौसम में भी अक्सर हाथ और पैर ठंडे रहते है। शरीर के अंगों तक कम खून पहुँचने के कारण ऐसा होता है।
4. सीने में दर्द और अनियमित धड़कन
रक्त में ऑक्सीजन की कमी के कारण दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है। इसके आलावा एनीमिया के कारण तनाव की समस्या भी हो सकती है।
लगातार तेज़ हृदय गति दिल या शरीर के बाकी हिस्सों के लिए ठीक नहीं है। जब रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है, तो हृदय इसकी भरपाई के लिए अतिरिक्त मेहनत करता है। यह हृदय पर अधिक दबाव डालता है, जिसके कारण हृदय की धड़कन तेज या अनियमित हो सकती है और दर्द का अनुभव हो सकता है।
5. ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
शरीर के आंतरिक अंगों के पर्याप्त ऑक्सीजन ना पहुँच पाने से शारीरिक और मानसिक ऊर्जा के स्तर में कमी आती है। इससे किसी भी कार्य में ध्यान केंद्रित करने में परेशानी आती है।
6. हाथ- पैरों में ऐंठन और झनझनाहट
पैर की मांसपेशियों को कार्य करने के लिए अधिक खून और ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन की कमी होने से उन्हें अधिक समय काम करना पड़ता है, जिस वजह से थकान, कमजोरी, ऐंठन और बेचैनी बनी रहती है।
एनीमिया के रोगियों को पैरों में कुछ रेंगने जैसा या खुजली महसूस हो सकती है, जो रात के समय ज्यादा होती है।
7. थायरॉइड की समस्या
एनीमिया अक्सर हाइपोथायरायडिज्म का शुरुआती संकेत है। थकावट, वजन बढ़ना और शरीर का तापमान कम होना यह सभी निष्क्रिय थायरॉयड के लक्षण हो सकते हैं – जो आयरन की कमी वाले एनीमिया से होता है।
8. त्वचा और नाखून का रंग पीला होना
त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है। एक स्वस्थ त्वचा में चमक होती है, जो त्वचा के नीचे केशिकाओं के कारण होती है, जो उसे गुलाबीपन देती हैं।
एनीमिया होने पर ये केशिकाएं लाल रक्त कोशिकाओं को खो देती हैं या ठीक से कार्य नहीं करती हैं और उनमें प्राकृतिक गुलाबी रंग नहीं होता है। त्वचा का रंग पीला हो जाता है। इसी तरह पीले या पतले, कमजोर या अंदर की ओर घुमावदार नाखून भी एनीमिया का संकेत हैं।
आयरन से भरपूर शाकाहारी खाद्य पदार्थ जिन्हें आहार में शामिल करना चाहिए
यदि एनीमिया आयरन की कमी के कारण है, तो आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो एनीमिया को दूर करने में मदद करेंगे।
1. फलियां
वह आहार जो फलियों के रूप में हमें मिलता है, जैसे -दालें, बीन्स और मटर इत्यादि। इस सूची में सबसे ऊपर दालें हैं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होतीं हैं – इनमे लगभग 17.9 ग्राम प्रोटीन, 15.6 ग्राम फाइबर, 344 मिलीग्राम ओमेगा फैटी एसिड, साथ ही विटामिन ए, सी, ई, के, और बी 6 और आयरन से भी भरपूर होतीं हैं। एक कप पकी हुई दाल में लगभग 6 ग्राम से अधिक आयरन मिलता है। इसमें टोफू जो की बीन्स से बनता है, भी शामिल है।
2.गहरी हरी रंग की सब्जियां
पालक जैसी गहरी हरे रंग की सब्जियों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आयरन युक्त यह पत्तेदार हरी सब्ज़ी एनीमिया से लड़ने में मदद करती है। 100 ग्राम पालक में लगभग 2.7 मिलीग्राम आयरन होता है। पालक कैरोटेनॉयड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होती है, जो इन्फ्लेमेशन को कम कर सकता है और आंखों को बीमारी से बचाता है।
पकी हुई ब्रोकली के 1 कप में लगभग 1 मिलीग्राम आयरन होता है। इसके अलावा ब्रोकली से विटामिन सी मिलता है, जो शरीर को आयरन को अब्सॉर्ब करने में मदद करता है। इसमें फोलेट, फाइबर और विटामिन k भी पाया जाता है।
3. नट्स और सीड्स
बादाम, किशमिश, काजू जैसे सूखे मेवे भी आयरन के अच्छे स्रोत्र हैं। सनफ्लावर सीड,कद्दू के बीज भी इसमें शामिल हैं। तिल के बीज आयरन का एक अच्छा स्रोत होते हैं। एक चम्मच तिल के बीजों में लगभग 1.30 मिलीग्राम आयरन होता है।
4. आलू
आलू भी आवश्यक आयरन की मात्रा प्राप्त करने का एक बेहतरीन स्रोत्र है। आलू के अधिकांश आवश्यक पोषक तत्व इसके छिलके में होते हैं। इसलिए सबसे अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए, ऐसे व्यंजनों को बनाने का प्रयास करें जिनमें आलू का छिलका भी शामिल हो।
5. क्विनोआ
क्विनोआ आयरन युक्त अनाजों में से एक है। क्विनोआ अपने गुणों के कारण दुनिया भर में लोकप्रिय होता जा रहा है। क्विनोआ ग्लूटेन फ्री होता है, यह प्रोटीन, फाइबर, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स, विटामिन और खनिजों से भरपूर है। एक कप पका हुआ क्विनोआ लगभग 2.8 मिलीग्राम आयरन प्रदान करता है।
क्विनोआ को फलों और सब्जियों के साथ मिलाकर या सुबह दलिया के रूप में भी खाया जा सकता है।