एसी में ज्यादा समय बिताने के दुष्प्रभाव क्या हैं ?

एसी में ज्यादा रहने के नुकसान

हम सभी जानते हैं कि एयर कंडीशनिंग हमारे आराम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गर्मी में जब तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है, तो एसी लग्जरी नहीं जरूरत बन जाता है। अत्यधिक गर्म और उमस भरे मौसम में एयर कंडीशनर हमें एक वरदान की तरह लगता है।

गर्मी के दिनों में हम हर वक्त एसी में रहते है। कार्यालयों से लेकर हमारी कारों तक और हमारे घर के हर कमरे में, लेकिन एयर कंडीशनिंग के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव क्या हैं? क्या स्वास्थ्य के लिए पूरे दिन कृत्रिम रूप से नियंत्रित वातावरण में रहना ठीक है? 

लंबे समय तक एसी में रहने से कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है। माना की असहनीय गर्मी में यह आरामदायक है, जब आप वास्तव में गर्म महसूस कर रहे हों, उमस हो या पसीना आ रहा हो तो एसी चलाना ठीक है।

समस्या तब आती है जब लोग इसके आदी हो जाते हैं और बिना एसी के एक मिनट भी नहीं रह पाते हैं। पूरे दिन एसी में रहने से शरीर पर इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी पड़ते हैं।

लंबे समय तक एसी में रहने के दुष्प्रभाव

1. रूखी त्वचा

एयर कंडीशनर में लंबे समय तक रहने से त्वचा की नमी कम हो सकती है और त्वचा रूखी हो जाती है। यह स्कैल्प को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे बाल झड़ सकते हैं या रूसी हो सकती है। यदि एयर कंडीशनर में ज्यादा समय बिताते हैं, तो त्वचा और बालों के लिए पर्याप्त मॉइस्चराइज़र और तेल का उपयोग करें।

2. सूखी आंखें

अगर आपकी आंखें पहले से ही ड्राई हैं, तो ज्यादा देर तक एसी में रहने से समस्या बढ़ सकती है। ड्राई आईज की समस्या वाले लोगों को एसी में अधिक समय बैठे रहने से आँखों में खुजली और जलन अधिक महसूस होती है। ड्राई आई सिंड्रोम वाले लोगों को ज्यादा देर तक एसी में नहीं रहना चाहिए।

3. मांसपेशियों में सिकुड़न

मांसपेशियां ठंडे तापमान में सिकुड़ती हैं। ठंडी हवा के अत्यधिक संपर्क में आने से भी मांसपेशियां सख्त हो सकती हैं। यदि आप अधिक समय एसी में बिताते हैं , तो हर कुछ घंटों में ब्रेक लेने की कोशिश करें और वार्म-अप या स्ट्रेचिंग व्यायाम का अभ्यास करें।

जो लोग गठिया से पीड़ित हैं उनके लिए एसी जोड़ों में अकड़न और सूजन को बढ़ा देता है। गठिया को ठीक करने के उपाय के रूप में एयर कंडीशनर के उपयोग से बचने या कम करने की सलाह दी जाती है। 

4. सांस संबंधी समस्याएं 

लगातार ठंडी हवा में सांस लेने से नाक की श्लेष्मा झिल्ली (mucous membrane ) जो बहुत संवेदनशील होती है, उसमे समस्या हो सकती है, इससे सांस की समस्या हो सकती है। 

5. हवा जनित संक्रमण का खतरा 

जिन लोगों को धूल या फंगस से एलर्जी है, उनके लिए वायुजनित संक्रमण एक जोखिम हो जाता है। इसके अलावा, यदि आप एक बंद कमरे में काम करते हैं और यदि आपके सहकर्मी को सर्दी/खांसी है, तो आपको इसके होने की संभावना अधिक हो सकती है। सुनिश्चित करें कि आपका कमरा अच्छी तरह से साफ हो।

6. थकान और सिरदर्द

यह देखा गया है कि कुछ लोगों को लंबे समय तक एसी के कम तापमान में रहने से सिरदर्द और थकान महसूस होती है।

7. गर्मी सहने में असमर्थता

जो लोग एसी वातावरण में बहुत अधिक समय बिताते हैं, वे गर्म तापमान के प्रति अधिक असहिष्णु हो जाते हैं। यह मुख्य रूप से ठंडे वातावरण से बाहर की हवा में जाने के कारण होता है। 

8. इंडोर प्रदूषक

यदि एसी वाला स्थान ठीक से हवादार नहीं है। उस स्थिति में वहां प्रदूषक होने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो सकतीं हैं। यही कारण है कि उस स्थान के उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

दुष्प्रभाव से कैसे बचें –

चूंकि आप अपने कार्यालय में एयर कंडीशनर को बंद नहीं कर सकते हैं, इसलिए इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए कुछ उपाय करें – 

1. त्वचा को शुष्क होने से बचाने के लिए त्वचा पर नमी से भरपूर लोशन का उपयोग करें। लोशन पानी आधारित होते हैं और त्वचा में नमी बरक़रार रखते हैं। लोशन लगाने के बाद क्रीम का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि क्रीम तेल आधारित होती हैं और नमी को सील करने में मदद करती हैं।

2. पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें ताकि त्वचा हाइड्रेट रहे। लगातार अंतराल के बाद पानी पीते रहें। 

3. एसी कमरे से नमी बाहर निकालते हैं, इसलिए उस कमरे में जहाँ एसी चल रहा हो एक कटोरे में पानी रखें। यह एयर कंडीशनर के ड्राई करने के प्रभाव से निपटने का एक आसान तरीका है।

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About the Author: Kusum Kaushal

कुसुम कौशल ने उत्तराखंड में स्थित विश्वविद्यालय (हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी) से इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। हिंदी उनकी मूल भाषा है।

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