आपने यह महसूस किया होगा कि जब आप संगीत सुनते हैं, तो आप अपनी समस्याओं को कुछ क्षण के लिए भूल जाते हैं और संगीत में खो जाते हैं। संगीत आपको खुश या शांत या उत्तेजित महसूस करा सकता है। हम लोग संगीत और शोर के बीच अंतर बताने की क्षमता के साथ पैदा होते हैं। तेज़ संगीत हृदय गति, श्वास और रक्तचाप को बढ़ा सकता है, जबकि मधुर और धीमे संगीत का विपरीत प्रभाव पड़ता है। संगीत दुनिया भर में अध्ययनों का विषय रहा है, जो स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण पर इसके लाभकारी प्रभावों की जांच कर रहे है। अनुसंधान ने लगातार साबित किया है कि संगीत सुनना अक्सर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर दवा से अधिक शक्तिशाली प्रभाव डाल सकता है।
जब हम अपनी पसंद के अनुसार संगीत सुनते हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन नामक एक रसायन छोड़ता है, जिसका हमारे मूड पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि संगीत सुनने से स्वास्थ्य पर निम्नलिखित सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
1.मूड को ठीक रखता है, तनाव को कम करता है – संगीत मस्तिष्क के हार्मोन डोपामाइन के उत्पादन को बढ़ा सकता है। यह बढ़ा हुआ डोपामाइन उत्पादन चिंता और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करता है। आपने अनुभव किया होगा, अपने पसंदीदा संगीत को सुनना आपके मूड को ठीक करने का एक आसान तरीका है। एक अध्ययन से पता चला है कि प्रतिभागियों द्वारा पसंद किए जाने वाले संगीत को सुनने के बाद उनमे बड़ी मात्रा में फील-गुड न्यूरोट्रांसमीटर डोपामाइन पैदा हुये , जिससे वे खुश और उत्साहित महसूस करते थे। कम से कम 15 मिनट तक अपने पसंदीदा गाने सुनने के बाद आप इस बड़ी हुई मात्रा का अनुभव कर सकते हैं।
2.इम्यून सिस्टम को सुधार सकता है – कुछ विशेष प्रकार के संगीत को सुनने से इम्यून सिस्टम के कार्य में वृद्धि होती है, इससे सर्दी और अन्य मौसम से सम्बंधित बीमारियों से अधिक तेज़ी से ठीक होने में मदद मिलती है। एक यूनिवर्सिटी के अध्ययन से पता चला है कि सुखदायक संगीत इम्यून सिस्टम में इम्युनोग्लोबुलिन ए (एक एंटीबॉडी जो बैक्टीरिया और वायरल के हमले से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है )के स्तर को बढ़ाता है।
3.यह हृदय को स्वस्थ रखता है – रिसर्च बतातीं हैं कि संगीत बजने पर रक्त का बहाव आसानी से होता है। यह हृदय गति को कम कर सकता है, रक्तचाप को कम कर सकता है, कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को कम कर सकता है और रक्त में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन (फील गुड हार्मोन) के स्तर को बढ़ा सकता है।
4.व्यायाम को बेहतर बनाने में मदद करता है – अध्ययनों बताते है कि संगीत एरोबिक व्यायाम को बढ़ाता है, मानसिक और शारीरिक प्रेरणा को बढ़ाता है। हाल के शोध के अनुसार, आपका पसंदीदा फास्ट-टेम्पो संगीत आपको अधिक तेज़ी से काम करने के लिए प्रेरित करता है, व्यायाम के प्रयास को कम महसूस कराते हुए हृदय गति को बढ़ाता है। तैराकी और रस्सी कूदने जैसी तेज़ कसरत पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
5.याददाश्त में सुधार करता है– शोध से पता चला है कि लय और माधुर्य के दोहराव वाले तत्व हमारे दिमाग को ऐसे पैटर्न बनाने में मदद करते हैं जो याददाश्त को बढ़ाते हैं। स्ट्रोक से ठीक हुए लोगों के एक अध्ययन में पाया गया कि संगीत सुनने से उन्हें बोले गए शब्दों को याद करने, कम भ्रम और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली। अल्जाइमर रोग या मनोभ्रंश का कोई इलाज नहीं है, लेकिन संगीत चिकित्सा को इसके कुछ लक्षणों से राहत देने के लिए लाभदायक माना गया है।
6.दर्द कम करने में मदद करता है – सर्जरी से ठीक होने वाले रोगियों के अध्ययन में पाया गया, सर्जरी के पहले, दौरान या बाद में संगीत सुनने वालों को उन रोगियों की तुलना में जिन्होंने अपनी देखभाल के हिस्से के रूप में संगीत नहीं सुना ,कम दर्द महसूस हुआ।
7.नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है – जहां एक तरफ उत्साहित संगीत कसरत के प्रदर्शन को बढ़ाता है, वहीं सुखदायक संगीत मन शांत करता है और रात में बेहतर नींद लाने में मदद करता है। शास्त्रीय या धीमा मधुर संगीत सुनने से चिंता कम हो जाती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। यदि आपको सोने में परेशानी हो रही है, तो प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प के रूप में कुछ सुखदायक संगीत सुनें।
8.यह लोगों को कम खाने में मदद करता है – भोजन के दौरान बैकग्राउंड में सॉफ्ट संगीत बजाना (और रोशनी कम रखना ) भोजन करते समय धीमा करने में मदद कर सकता है और अंततः एक बार में कम भोजन खाते है।
9.राहत पहुंचाता है – संगीत चिकित्सा का उपयोग भय, अकेलापन और क्रोध का मुकाबला करने में मदद करने के लिए भी किया गया है।
10.ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार वाले बच्चों की मदद करता है – अध्ययन यह साबित करते हैं, कि संगीत चिकित्सा ने ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम विकार वाले बच्चों में सामाजिक प्रतिक्रियाओं, बातचीत करने और उनका ध्यान बढ़ाने में सुधार दिखाया।
संगीत छोटे बच्चों को कई क्षेत्रों में लाभ पहुंचाता है – जैसे की भाषा का विकास, गणित सीखने, एकाग्रता और सामाजिक कौशल बढ़ाने इत्यादि।
- संगीत बच्चों में मस्तिष्क के कार्य को बढ़ाता है। संगीत संबंधी गतिविधियां (जैसे वाद्य बजाना, गाना या सिर्फ संगीत सुनना) मस्तिष्क को उत्तेजित करती हैं, और मस्तिष्क की यह कसरत मस्तिष्क के विकास में सहायक होती है।
- अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि संगीत कक्षाओं में भाग लेने वाले छोटे बच्चों ने बोलना जल्दी सीखा और वे अधिक आसानी से पढ़ना सीखते हैं। गाने बच्चों को जानकारी याद रखने में भी मदद करते हैं। जैसे की बच्चे वर्णमाला गा कर जल्दी सीख जाते हैं।
- यह शरीर और दिमाग को एक साथ काम करने में मदद करता है।
- संगीत बच्चों को खुद को व्यक्त करने, उनकी रचनात्मकता को उजागर करने, प्रेरित करने और उत्थान करने में मदद करता है।