आंवला गुणों से धनी है, ये कौन नहीं जानता पर इसका खट्टा स्वाद कम ही लोगों को पसंद आता है। आंवले के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए इसकी खट्टी मीठी चटनी बनाकर खाते हैं।
हैल्थ बेनिफिट्स
इसमें संतरे से आठ गुना अधिक विटामिन सी होता है,अनार के लगभग 17 गुना ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट शक्ति है। हरे रंग का यह फल,“ जीवन का अमृत ”है , यह अनगिनत बीमारियों से हमारी रक्षा करता है। आयुर्वेद डॉक्टरों का दावा है कि आंवला शरीर में तीन दोषों (कफ / वात / पित्त) को संतुलित करने और कई बीमारियों के कारण को खत्म करने में मदद करता है। यह सर्दी ज़ुकाम से लड़ने में मदद करता है, यह आंखों की रोशनी को बढ़ाता है, इम्युनिटी बढ़ाता है।
समाग्री :
- आंवला : 250 ग्राम
- गुड़ : 250 ग्राम
- जीरा : 1 चम्मच
- काली मिर्च : 1/2 चम्मच
- हींग : 1 चुटकी
- घी : 1 चम्मच
- नमक : स्वादानुसार
विधि :
आंवले को धो कर कुकर में दो सिटी लगाकर उबाल ले। जब आंवले ठन्डे हो जाएं उसके बीज निकाल कर उसको अच्छे से मसल ले। कढ़ाई में घी ड़ाल कर उसमें जीरा पॉउडर, हींग और गुड़ डाल लीजिये। अब गुड़ को चलाते रहें जब तक वह पिघल न जाएं । फिर उसमें आंवले का पल्प, नमक और काली मिर्च डालकर उसको 5 मिनट पकाइए । जब अच्छे से गुड़ में आंवला मिक्स हो जाएं तब गैस बंद कर दीजिये।
अब आप की आंवले की ख़ट्टी मीठी चटनी बन कर तैयार है।
आंवला कैंडी
सामग्री
आंवला – 1 किलो
चीनी – 700 ग्राम
बनाने की विधि
आंवले को अच्छी तरह धो लें। एक बर्तन लें, उसमें इतना पानी डालें कि आवलें उसमें डूब जाए और पानी को उबालने के लिए गैस पर रख दें। जब पानी उबलने लगे तो आंवले पानी में डाल दें। पानी में फिर से उबाल आने के बाद 2 -3 मिनिट तक उबलने दीजिये, फिर गैस बन्द कर दें। आवलों को छलनी में निकाल लें और ठंडा होने दें।
ठंडे होने पर इन्हें चाकू की सहायता से काट लें और बीज अलग निकल दें। आंवले के टुकड़े और चीनी किसी काँच के बर्तन में डाल दें और 2-3 दिनों तक रखे रहने दें,पहले दिन ये चाशनी में ऊपर तैरते हुए दिखाई देंगे 2-3 दिनों के बाद, ये टुकड़े नहीं तैरेंगे। जब आंवले के टुकड़े नीचे बैठे हुए दिखाई देने लगें, तो इन्हे चाशनी से निकाल लें और किसी सूती कपड़े पर फैलाकर धूप में सूखने के लिए डाल दें। आंवला कैंडी बनकर तैयार है। कैंडी को एक एयर-टाइट कंटेनर में स्टोर करें ।