दीपावली के आसपास मौसम में बदलाव होता है और मौसम में बदलाव सेहत सम्बन्धी कुछ छोटी मोटी परेशानियां पैदा करता है। जैसे की सर्दी खांसी ,अपच ,थकान इत्यादि। आइये इन छोटी मोटी समस्याओं का कुछ घरेलू उपायों से समाधान करते हैं।
अगर प्रदूषण के कारण या मौसम में बदलाव के कारण सर्दी खांसी हो गई है तो यह उपाय करें –
- एक चम्मच अदरक का रस निकाल लें और इसे एक चम्मच शहद में अच्छी तरह मिला लें इसे दिन में दो से तीन बार लें राहत मिलेगी।
- आधा चम्मच हल्दी को गुनगुने पानी में डालकर पियें।
नज़ला जुकाम के लिए
- रात के समय रोज़ सरसों का तेल या गाय का घी गुनगुना करके नाक द्वारा एक दो बूँद सूंघते रहने से जुकाम कभी नहीं होता है ।
- हफ्ते में एक दो बार सांय भोजन के साथ लहसुन का सेवन करने वालों को भी सर्दी जुकाम नहीं होता है ।
यदि त्योहारों की भाग दौड़ में थकावट हो गई है तो यह आजमाएं
- कुछ ड्राई फ्रूट्स जैसे की एक अखरोट कुछ दाने किशमिश के और दो चार बादाम खाएं तुरंत एनर्जी मिलेगी।
- या दो केले खाएं क्यूंकि पोटैशियम का स्रोत होने के कारण यह एनेर्जी देता है और थकावट दूर करता है।
त्योहारों में ज्यादा खाने से गैस या अपच जैसी समस्याओं के लिए अपनाये यह उपाय
- यदि अपच के कारण पेट दर्द हो रहा है तो एक चम्मच अजवायन में चुटकी भर काला नमक मिलाएं और उसे चबाकर खा लें।
- अदरक का रस और नीबू का रस बराबर भाग में ले उसमे चुटकी भर काला नमक मिलाएं और एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर पी लें दर्द से रहत मिलेगी।
- आप थोड़ी सी हींग में चुटकी भर काला नमक मिलाकर भी गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
- एक कप पानी में एक चुटकी खाने वाला सोडा मिलाकर पीने से पेट दर्द में तुरंत राहत मिलती है।
त्योहारों में यदि दुर्घटनावश कही थोड़ा जल गया है तो यह अपनाएं
- जले हुए स्थान को साफ़ ठन्डे पानी से धोकर उसपर शहद लगाएं या शुद्ध देसी घी लगाएं।
- जले हुए स्थान पर एलो वेरा के पल्प को लगाने से जलन में राहत मिलती है और घाव भी जल्दी घर जाता है।