हरी मिर्च भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है। चाट, चटनी या नमकीन स्नैक्स को चटपटा बनाने के लिए इसे ज्यादातर कच्चा इस्तेमाल किया जाता है, इसके अलावा हरी मिर्च का इस्तेमाल तड़के के रूप में भी किया जाता है। यह न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है, हरी मिर्च के कई लाभ हैं। हरी मिर्च का तीखापन कैप्साइसिन नामक रसायन से आता है। गर्म और मसालेदार स्वाद प्रदान करने के साथ-साथ कैप्साइसिन हृदय, पेट और दर्द से राहत के आलावा अन्य कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
हरी मिर्च की पहली बार खेती लगभग 5,000 ईसा पूर्व मैक्सिको में की गई , यह लगभग 700 साल पहले भारत में आई थी। मेक्सिकन लोग इसे अपने खाने और मसालों में इस्तेमाल करते थे। ऐसा कहा जाता है कि दुनिया के बाकी हिस्सों में मिर्च का परिचय तब हुआ जब नाविक और खोजकर्ता क्रिस्टोफर कोलंबस समुद्री मार्ग से भारत की खोज करते हुए अमेरिका पहुंचे।
वहाँ से हरी मिर्च अन्य यूरोपीय देशों में पहुंची। जब पुर्तगाली व्यापारी वास्को डी गामा भारत आया तो वह हरी मिर्च लेकर दक्षिण भारत के तट पर पहुंचा। इसके बाद भारत में हरी मिर्च का सफर शुरू हुआ।
हरी मिर्च या लाल मिर्च – कौन सी बेहतर है?
दोनों किस्मों के अपने-अपने फायदे हैं, लेकिन तुलना करें तो हरी मिर्च के फायदे लाल मिर्च के स्वास्थ्य लाभों से कहीं अधिक हैं। अध्ययनों ने साबित किया है कि हरी मिर्च समग्र स्वास्थ्य को कई तरीकों से बढ़ावा देती है। लाल मिर्च का सेवन अक्सर पाउडर के रूप में किया जाता है, जिससे उनमें पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे वे हरी मिर्च की तुलना में कम लाभदायक हो जाती है।
हरी मिर्च के पोषक तत्व
हरी मिर्च में लगभग विटामिन सी (109 मिलीग्राम), विटामिन बी6 (0.1 मिलीग्राम), विटामिन ए (530 आईयू), और आयरन (0.5 मिलीग्राम), कॉपर (0.1 मिलीग्राम), पोटेशियम (153 मिलीग्राम) जैसे मिनरल शामिल हैं। इसमें अमीनो एसिड भी होता है। यह डाइटरी फाइबर से भरपूर होती है।
अध्ययनों के अनुसार, 100 ग्राम हरी मिर्च में लगभग होता है –
कुल फैट | 0.1 ग्राम |
मैग्नीशियम | 11.2 मिलीग्राम |
सोडियम | 3.2 मिलीग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 8.1 ग्राम |
फाइबर | 0.5 ग्राम |
ग्लूकोज | 0.8 ग्राम |
प्रोटीन | 0.9 ग्राम |
कैल्शियम | 8.1मिलीग्राम |
पानी की मात्रा | 39.5 ग्राम |
हरी मिर्च खाने के लाभ
आहार में हरी मिर्च शामिल करने के कई लाभ हैं जिनके बारे में नीचे जानेंगे।
1.आयरन का अच्छा स्रोत्र
हरी मिर्च शरीर में प्राकृतिक रूप से आयरन को बढ़ाने का बेहतरीन स्रोत्र है। शरीर में आयरन की कमी या हीमोग्लोबिन कम होने पर अपने आहार में हरी मिर्च को शामिल करें। चूंकि इसमें विटामिन सी होता है, विटामिन सी आयरन पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2.त्वचा के संक्रमण का इलाज करने में मदद करती है
हरी मिर्च एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होने के कारण त्वचा के संक्रमण और मुंहासों को ठीक करने में मदद करती है। इसमें विटामिन सी होता है जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है। मिर्च को अंधेरे और ठंडी जगह पर रखें क्योंकि अगर मिर्च को गर्मी और रोशनी में रखा जाए तो विटामिन सी खो सकता है।
3.पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छी है
हरी मिर्च आहार फाइबर से भरपूर होती है, जो मल त्याग को सुचारू करने में मदद करती है और पाचन स्वास्थ्य में सुधार करती है। पेप्टिक अल्सर से पीड़ित लोगों को हरी मिर्च के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है।
4.सर्दी जुकाम से राहत देती है
हरी मिर्च में कैप्साइसिन होता है जो नाक की श्लेष्मा झिल्ली पर उत्तेजक प्रभाव डालता है। यह इसे पतला बनाने में मदद करता है और इस प्रकार नाक से बलगम जल्दी निकल जाता है और सामान्य सर्दी को ठीक करता है।
5.मोटापे से बचने में मदद करती है
रोजाना खाने के साथ हरी मिर्च का सेवन शरीर की अनावश्यक चर्बी को बर्न करने में मददगार होता है। हरी मिर्च में विटामिन सी और बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो आंखों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम हृदय गति और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है और धमनियों को सख्त होने से रोकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं।
6.ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है
मधुमेह रोगियों के लिए नियमित रूप से हरी मिर्च का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। ये शरीर में शुगर लेवल को बढ़ने से रोकने और इसे संतुलित करने में भी मदद करती है।
7.मूड स्विंग्स को रोकने में मदद करती है
हरी मिर्च खाने से एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो मूड को अच्छा करने और मूड स्विंग्स को रोकने में मदद करता है। ये दर्द से राहत दिलाने में भी मददगार है।
8.दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छी है
हरी मिर्च का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस को रोका जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार हरी मिर्च फाइब्रिनोलिटिक गतिविधि को बढ़ाने में भी मदद करती है, जो रक्त के थक्कों को बनने से रोक सकती है, यह दिल के दौरे का एक सामान्य कारण है।
9.कैंसर को रोकने में मदद कर सकती है
हरी मिर्च एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कैंसर कोशिकाओं को बढ़ाने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं ।
10.ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करती है
हरी मिर्च विटामिन के से भरपूर होती है, जो ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है। हरी मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन जोड़ों की सूजन को रोकने में मदद करता है।
हरी मिर्च के साइड इफेक्ट
किसी भी चीज़ का पर्याप्त मात्रा से अधिक सेवन नुकसानदेह होता है। हरी मिर्च के भी कुछ दुष्प्रभाव हैं, जिन्हे जानना जरूरी है।
- बहुत अधिक हरी मिर्च खाने से लूज मोशन या डायरिया हो सकता है, क्योंकि इसमें आहार फाइबर की अच्छी मात्रा होती है।
- ज्यादा हरी मिर्च खाने से मलाशय में सूजन हो सकती है। इसलिए बवासीर से पीड़ित लोगों को इससे कष्ट हो सकता है।
- हरी मिर्च पेट में गर्मी बढ़ा सकती है, गर्भवती महिलाओं के लिए यह हानिकारक हो सकती है।
- आहार में बहुत अधिक मिर्च का सेवन करने से पेट की परत में जलन हो सकती है जो पेट में जलन पैदा कर सकती है।
- चूंकि मिर्च में उच्च मात्रा में कैप्साइसिन होता है, इसलिए ज्यादा मात्रा में मिर्च खाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
- ज्यादा मिर्च खाने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है। शरीर की गर्मी मुंह के छालों का कारण बन सकती है।