इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं ?

इम्युनिटी शरीर के रोगजनकों के आक्रमण को रोकने की क्षमता है। रोगजनक बाहर से रोग पैदा करने वाले पदार्थ हैं, जैसे कि बैक्टीरिया और वायरस और हम हर दिन उनके संपर्क में आते हैं। एंटीजन रोगजनकों की सतह से जुड़े होते हैं और शरीर में इम्यून सिस्टम को प्रोत्साहित (stimulate ) करते हैं। इम्यून सिस्टम एंटीजन के खिलाफ लड़ने और शरीर की रक्षा करने के लिए शरीर की रक्षा प्रणाली है।
कुछ बीमारियां उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। हम नियमित तौर पर कुछ आसान से उपाय अपनाकर अपनी इम्युनिटी को बढ़ाकर कई बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। आइये इनके बारे में जानते हैं।

1.अपनी रोज़ मर्रा की डाइट में ऐंटिऑक्सिडेंट से भरपूर फल व् सब्जियां शामिल करें

अपनी रोज़ मर्रा की डाइट में एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फल व् सब्जियां शामिल करें – जैसे की खट्टे फल नींबू ,संतरा, मौसंबी, आंवला ये सभी विटामिन सी के अच्छे स्रोत्र हैं, जो फ्री रेडिकल्स के असर को कम करते हैं। लहसुन, अदरक और अश्वगंदा जैसे हर्ब्स शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार करते है। फूलगोभी, ब्रोकोली  विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर सब्जी है। इसके साथ साथ पालक को भी भोजन में शामिल करे।

 2. खमीर युक्त भोजन खाएं

खमीर युक्त खाद्य पदार्थ प्रोबायोटिक्स नामक फायदेमंद बैक्टीरिया से समृद्ध होते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र को ठीक रखते हैं। इन खाद्य पदार्थों में दही, किमची, केफिर, और नाटो इत्यादि शामिल हैं। अनुसंधान बताते हैं की इन आंत बैक्टीरिया का एक समृद्ध नेटवर्क इम्यून  सेल्स को सामान्य, स्वस्थ कोशिकाओं और हानिकारक हमलावर जीवों के बीच अंतर करने में मदद करता है। 

 3. पर्याप्त नींद लें 

हमारे शरीर में खुद को ठीक करने की अद्भुत क्षमता होती है। अच्छी नींद हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकती है और हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ा सकती है। जब हम सोते हैं ,तो हमारा शरीर मरम्मत मोड में चला जाता है और प्रमुख अंगों का उपचार होता है। नींद न केवल हमे ताजा और उर्जावान बनाने में मदद करती है बल्कि बेहतर तरीके से हमे दिन-प्रतिदिन के मुद्दों से निपटने में भी मदद करती है। यह हमारे दिमाग को शांत करती  है और तनाव को कम करती  है। सबसे महत्वपूर्ण , यह हमारी  प्रतिरक्षा के पुनर्निर्माण में मदद करती है।

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नियमित जीवनशैली की विशेष भूमिका होती है। हमें वक्त पर जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठने का नियम अपनाना चाहिए। सुबह जल्दी उठने का मतलब गर्मी के मौसम में 5-6 बजे के बीच और सर्दी के मौसम में 6-7 बजे के बीच। रोज़ाना 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। कम नींद लेने की वजह से शरीर में कॉरटिसोल नाम के हार्मोन के लेवल में बढ़ोतरी हो जाते है, जिसकी वजह से न सिर्फ तनाव बढ़ता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होती है।

 4. सुबह सुबह की धूप अवश्य लें  

धूप लेने से हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है। मायो क्लिनिक सहित कई संस्थानों की रिसर्च ने यह माना है की सुबह सुबह की धूप 20 से 30 मिनट तक लेने से हमारी इम्म्यूनिटी बढ़ती है।  

 5. नियमित रूप से योग या एक्सरसाइज़ करें 

सुबह जल्दी उठने के साथ ही हमें नियमित तौर पर वॉकिंग, योगा या कसरत भी करनी चाहिए इससे शरीर में  ऐसे एन्ज़ाइम्स और हार्मोन स्रावित होते हैं, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और करोना वायरस जैसे फ्लू से बचाने में भी सहायक होते हैं।  

6. सुबह का नाश्ता जरूर खाएं

इम्युनिटी  को बढ़ाने में मेटाबोलिज्म का महत्व होता है। हमारा मेटाबोलिज्म जितना अच्छा होगा हमारी इम्युनिटी भी उतनी ही अच्छी होगी। इसलिए हमें सुबह का नाश्ता जरूर करना चाहिए इसके साथ साथ हमें हर तीन से चार घंटे के अंतराल पर कुछ न कुछ हेल्दी भी खाते रहना चाहिये।अपनी डाइट में दही या लस्सी को जरूर शामिल करें इनमे मौजूद  गुड बेक्टेरिया हमारी सेहत को अच्छा रखते है।     

 7. पर्याप्त मात्रा में पानी पियें 

अपनी इम्युनिटी बढ़ाने का यह सबसे आसान तरीका है। हमें दिन में करीब 6 से 8 गिलास तक पानी पीना चाहिए और कोशिश करें की ज्यादा मात्रा शाम होने से पहले पी लें। हम जितना पानी पिएंगे उतने ही टॉक्सिन्स शरीर से बाहर निकलेंगे और हम स्वस्थ रहेंगे। दिन में अगर आप एक से दो बार तुलसी का पानी पीते हैं तो और भी बेहतर है( किडनी के रोग वाले मरीज़ डॉक्टर के अनुसार चलें )। इन सभी उपायों को आप नियमित अपनाकर स्वस्थ्य रह सकते  हैं।

 8. प्रसन्न रहें

तनाव से बचे और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें, क्यूंकि लम्बे समय तक तनाव बने रहना कमजोर इम्युनिटी का कारण बनता है। अपनी समस्याओं से प्रभावी तरीके से निपटें। तनाव कम करने के लिए मैडिटेशन, योगा इत्यादि अपनाएं, सकारात्मक सोच रखें।

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About the Author: Kusum Kaushal

कुसुम कौशल ने उत्तराखंड में स्थित विश्वविद्यालय (हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी) से इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। हिंदी उनकी मूल भाषा है।

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