हमारे देश की शायद ही कोई ऐसी रसोई होगी जहाँ जीरे का इस्तेमाल ना किया जाता हो, आज हम जानते हैं कि हमारे पूर्वजों ने हमें इसका प्रयोग करना क्यों सिखाया।
सिर्फ स्वाद के कारण ही जीरे ने भारतीय, मध्य पूर्वी और मैक्सिकन खाने में स्थान नहीं बनाया है, बल्कि साधारण सा दिखने वाले जीरे ने अपने स्वास्थ्य गुणों के कारण यह स्थान बनाया है।
जीरा एक महत्वपूर्ण भारतीय मसाला है ,जो न केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। कोई भी मसाला जीरे के फायदों और इसकी सुगंध और स्वाद का मुकाबला नहीं कर सकता है। इसमें फाइटोकेमिकल कम्पाउंड जिसे एल्डिहाइड कहा जाता है, प्रचुर मात्रा में होता है, जो मधुमेह, मिर्गी, ट्यूमर से लड़ने और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाला औषधीय गुण होता है।
हम भोजन में इसकी थोड़ी सी मात्रा का उपयोग करके इसके कुछ लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह थोड़ी सी मात्रा ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होती है ,एंटीऑक्सिडेंट और आयरन का लाभ प्रदान करती है ।
1. इसमें एनर्जी और इम्यून फंक्शन को बढ़ाने के लिए लाभदायक आयरन होता है – जीरा आयरन का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो शरीर में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।आयरन हीमोग्लोबिन का एक अभिन्न अंग है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाता है,और ऊर्जा बढ़ाने और मेटाबोलिज्म के लिए महत्वपूर्ण एंजाइम सिस्टम का भी हिस्सा है।
2 .पाचन तंत्र के लिए लाभकारी – जीरा पाचन तंत्र के लिए लाभकारी माना जाता है, वैज्ञानिकों ने अनुसंधान किये और पाया गया की जीरा पैंक्रिएटिक एंजाइमों के स्राव को तेज करता है, जो पाचन क्रिया को बढ़ाने और पोषक तत्वों को मिलाने के लिए आवश्यक होता है।
3 .कैंसर से रोकथाम – जीरे में एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं। जानवरों पर किये गए एक अध्ययन में पाया गया की जीरे ने यकृत (liver) ट्यूमर के विकास से बचाने में मदद की। यह कैंसर-सुरक्षात्मक प्रभाव जीरे की फ्री रेडिकल्स को ख़त्म करने की क्षमता के साथ-साथ यकृत (liver) के डिटॉक्सिफिकेशन एंजाइमों को बढ़ाने की क्षमता के कारण था।
4 .याददाश्त को बढ़ाने में मदद करता है – राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6, ज़ेक्सैन्थिन और नियासिन जैसे मिनरल्स और विटामिन का स्रोत्र होने के कारण जीरा मस्तिष्क के ठीक से काम करने के लिए फायदेमंद है। जीरा सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रोत्साहित (stimulate )करता है ,जो सजगता के साथ-साथ याददाश्त में भी सुधार करता है। इसका मतलब यह है कि यह याददाश्त को बढ़ाने में मदद करता है और हमारे शरीर की कार्यप्रणाली में भी सुधार करता है।
5. वज़न कम करने में सहायक – अपने आहार में जीरे की कुछ मात्रा शामिल करने से वजन कम करने और स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है। हम इसे अपने आहार में suppliment के रूप में शामिल कर सकते हैं और यह वजन घटाने के साथ-साथ फैट को बर्न करने में मदद करता है।
6. कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है – रिसर्च ने साबित किया है कि जीरा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है ,क्योंकि यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध होता है और इसमें फ्लेवोनोइड होते हैं, जो हृदय रोग के जोखिम को कम करते है।
7. प्राकृतिक दर्द निवारक – इस पारंपरिक मसाले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं और इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स के कारण यह सूजन और दर्द से राहत दिलाता हैं। इसे प्राकृतिक दर्द निवारक माना जाता है।
8. blood sugar के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है – जीरा इंसुलिन उत्पादन को उत्तेजित (stimulate ) करके रक्त शर्करा (blood sugar )के स्तर को कम कर सकता है। यह मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है और उन्हें अपने रक्त शर्करा (blood sugar ) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और इसे बढ़ने से रोकता है।
9. अनिद्रा का इलाज करता है – जीरे में मौजूद तेल की प्रकृति में शांत करने वाले गुण होते हैं, जो तनाव और चिंता को कम करते हैं जो आमतौर पर अनिद्रा का कारण होते है। इसके अलावा, जीरे में मेलाटोनिन, नींद को नियंत्रित करने वाला हार्मोन, साथ ही साथ आयरन और मैग्नीशियम की महत्वपूर्ण मात्रा होती है, जो मस्तिष्क गतिविधि को नियंत्रित करने और समय पर नींद को प्रेरित करने के लिए आवश्यक होते हैं।
10. अस्थमा और जुकाम से राहत दिलाता है – जीरे के एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण, इसे अस्थमा और सर्दी के इलाज के लिए एक अद्भुत उपाय बनाते हैं। यह एक expectorant के रूप में कार्य करता है, जो कफ और बलगम को खत्म करता है। इसका तेल संक्रमण को दूर करने और इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।