जैविक (ऑर्गेनिक ) खाद्य पदार्थ की लोकप्रियता बड़ी तेज़ी से बढ़ रही है, ज्यादातर लोग इसके लाभों को जानना चाहता है। सभी का यह मानना है कि पारंपरिक खाद्य पदार्थों की तुलना में आर्गेनिक भोजन स्वास्थ्यवर्धक होता है और पिछले कुछ सालों से यही इसकी बढ़ती माँग का मुख्य कारण है।
फसलों की खेती जब बिना किसी हानिकारक रसायन, उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग के की जाती है और जो मनुष्यों या किसी भी जानवर को प्रभावित नहीं करती हैं, उन्हें जैविक या ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ कहा जाता है। इन फसलों की खेती अक्सर पारंपरिक खाद का उपयोग करके की जाती है।
ऑर्गेनिक भोजन वह है, जो किसी भी केमिकल के उपयोग के बिना उत्पादित, तैयार और संसाधित किए जाते हैं। इसका मतलब है कि जैविक खाद्य उत्पादन में रासायनिक कीटनाशकों, रासायनिक उर्वरकों, या रासायनिक प्रिसेरवेटिव का प्रयोग नहीं किया जाता है। जैविक खाद्य पदार्थों के लाभों को देखते हुए इनके सेवन का विकल्प विश्व में बढ़ता जा रहा है।
ऑर्गेनिक फ़ूड खाने के मुख्य स्वास्थ्य लाभ
1. जैविक उत्पाद हानिकारक रसायनों के ज़हर से मुक्त होते हैं
जैविक खेती में फसलों को कीटों और बीमारियों को दूर रखने के लिए किसी भी प्रकार के खतरनाक रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता है। सभी प्रथाएं प्राकृतिक होती हैं और इस प्रकार उपभोक्ता को नुकसान नहीं पहुंचाती है। जैविक खेती में रासायनिक कीटनाशकों, उर्वरकों, कृत्रिम विकास हार्मोन इत्यादि के प्रयोग पर रोक होती है। इसलिए, जैविक खाद्य उत्पाद स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले रासायनिक पदार्थों से दूषित नहीं होते हैं।
2. सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर
जैविक खाद्य का उत्पादन रासायनिक कीटनाशकों या रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से नहीं होता है, इसमें जहरीले रसायनों का कोई तत्व नहीं होता है और यह मानव स्वास्थ्य पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं डालता है। फसलों में कीट और रोग नियंत्रण के लिए फसल के रोटेशन, हरी खाद जैसे प्राकृतिक तकनीकों के उपयोग से सुरक्षित, स्वस्थ और सुगन्धित खाद्य उत्पादों का उत्पादन होता है। स्वस्थ खाद्य पदार्थों का मतलब है, स्वस्थ और बेहतर जीवन।
3. एंटीबायोटिक प्रतिरोधक (Antibiotic resistance)
हमें बीमारियों और स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों से बचने के लिए और स्वस्थ रहने के लिए एहतियाती उपाय करने पड़ते हैं। वायरस या बैक्टीरिया के किसी नए स्ट्रेन का एहसास होने पर विभिन्न प्रकार के टीकाकरण और एंटीबायोटिक दवाएं लेनी पड़ती हैं। इसी तरह, गैर-जैविक खाद्य स्रोत (विशेष रूप से पशु ) पशुओं के इलाज के लिए टीके, विकास हार्मोन और एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग करते हैं।
जब हम नॉन ऑर्गेनिक खाद्य उत्पादों का उपभोग करते हैं, तो हम अप्रत्यक्ष रूप से एंटीबायोटिक, ग्रोथ हार्मोन और वैक्सीन का सेवन करते हैं , एंटीबायोटिक, वैक्सीन, हार्मोन और जानवरों के बाई प्रोडक्ट्स के ओवरडोज के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है।
इम्म्यून सिस्टम कमजोर होने पर मनुष्य बीमारियों से बचाव करने में असमर्थ हो जाता है। ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों का लाभ यह है, कि उनकी उत्पादन प्रक्रियाओं में एंटीबायोटिक दवाओं, विकास हार्मोन, पशु उपोत्पाद या टीकों का उपयोग नहीं होता है।
4. विषाक्त मेटल्स का निम्न स्तर
यह तो स्पष्ट है कि जो भी केमिकल्स हम भोजन के साथ अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं, वह मिट्टी के साथ भौतिक पर्यावरणीय प्रभाव से आता है। इसलिए, तथ्य यह है कि फसल उत्पादन के लिए जैविक खेती में केमिकल्स का उपयोग नहीं होता है, इसका मतलब है कि जहरीली धातुओं का कम से कम उपभोग।अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि जैविक फसलों में पारंपरिक फसलों की तुलना में जहरीले धातु कैडमियम का स्तर 48% कम होता है।
5. जैविक खाद्य पदार्थ आनुवंशिक ( genetically ) रूप से संशोधित नहीं होते हैं
ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ जीएमओ मुक्त होते हैं, अर्थात् वे आनुवंशिक रूप से परिवर्तित नहीं हैं। वर्तमान युग में खाद्य उत्पादों की जेनेटिक इंजीनियरिंग एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है। वे परिवर्तित डीएनए वाले खाद्य पदार्थ या पौधे हैं जो प्रकृति में नहीं होते हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिवक्ताओं का मानना है कि जीएमओ धीमे मस्तिष्क विकास, आंतरिक अंगों की क्षति, पाचन ट्रैक्ट के थिक होने का एक प्रमुख कारण है। इस प्रकार, जैविक खाद्य पदार्थ जीएमओ से मुक्त हैं।
6. अत्यधिक पौष्टिक खाद्य उत्पाद
जैविक खाद्य उत्पाद ( ऑर्गेनिक फ़ूड ) में बहुत अधिक पोषण तत्व होते हैं, क्योंकि इनमे पारंपरिक कृषि खाद्य उत्पादों की तुलना में संशोधित तत्व शामिल नहीं होते हैं। एक और कारक जो उन्हें अत्यधिक पौष्टिक बनाता है वह यह है कि उन्हें विकसित होने के लिए समय दिया जाता है और विकास के लिए सर्वोत्तम प्राकृतिक परिस्थितियों प्रदान की जाती है। कार्बनिक खाद्य उत्पादों में विटामिन और खनिज सामग्री हमेशा उच्च होती है क्योंकि मिट्टी की आयु और स्वस्थ्य कारक फसलों को पोषक तत्वों तक पहुँचने के लिए उपयुक्त तंत्र प्रदान करते है।
7. सेहत के लिए खतरनाक कीटनाशकों का प्रयोग नहीं होता
रासायनिक कीटनाशकों से कैंसर, पाचन संबंधी बीमारियों, सिरदर्द, एडीएचडी, जन्म दोष, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, जैसे रोगों और विकारों का खतरा बढ़ जाता है। जैविक खाद्य पदार्थ (ऑर्गेनिक फ़ूड )कीटनाशकों से मुक्त हैं और यही कारण है कि ये स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। कीटनाशकों में जितनी ज्यादा कीटों को फसलों से दूर रखने की शक्ति होती है, उतने ही उनमे ऑर्गनोफॉस्फोरस जैसे शक्तिशाली रसायन भी होते हैं, जो कई खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं।
8. इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं
स्वास्थ्य पर एंटीऑक्सिडेंट के सकारात्मक प्रभाव कई वैज्ञानिक अध्ययनों में साबित हुए हैं, विशेष रूप से ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों से प्राप्त एंटीऑक्सिडेंट, ऐसा इसलिए है, क्योंकि ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ बाहरी रसायनों से मुक्त होते हैं, जो आम तौर पर विटामिन, कार्बनिक यौगिकों और खनिजों के साथ रीएक्ट करते हैं और इस प्रकार खाद्य उत्पादों में एंटीऑक्सिडेंट के सकारात्मक प्रभावों को कम कर देते हैं।
नवीनतम अध्ययनों का मानना है, कि जैविक भोजन लेने से पोषक तत्वों से भरपूर एंटीऑक्सीडेंट अधिक प्राप्त होते हैं और यह शरीर में भारी मेटल्स के जमा होने को रोक सकते है। जैविक खाद्य पदार्थों से प्राप्त एंटीऑक्सिडेंट्स के सकारात्मक प्रभावों के कारण हृदय रोग, कैंसर, नेत्र सम्बन्धी समस्याएं, समय से पहले बूढ़ा होना, दिमागी कमजोरी इत्यादि से बचा जा सकता है।
9. हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर
प्राकृतिक घास पर चरने से पशु उत्पादों में पाए जाने वाले सीएलए (संयुग्मित लिनोलिक एसिड) की मात्रा बढ़ जाती है। सूरज की ऊर्जा को फोटोसिंथेसिस के माध्यम से प्राकृतिक घास द्वारा अच्छी तरह से ले लिया जाता है और जानवरों द्वारा इसे चरने पर सबसे अधिक फायदेमंद कार्बनिक सीएलए में परिवर्तित हो जाता है। CLA एक फैटी एसिड है जो हृदय के लिए स्वस्थ्य होता है, जिसमें हृदय सुरक्षा की क्षमता होती है, और यह जानवरों से प्राप्त उत्पादों में उच्च मात्रा में पाया जाता है।
10. स्वाद में उत्तम
पोषण के अलावा, ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में मिनरल्स और मिठास होती हैं, क्योंकि फसलों को विकसित होने और पकने के लिए अधिक समय दिया जाता है। जैविक खाद्य उत्पादों में बेहतर स्वाद का कारण प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल कृषि उत्पादन तकनीकों का उपयोग है। जैविक सब्जियों और फलों का स्वाद पारंपरिक रूप से उगाए जाने वाले फलों और सब्जियों की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाला होता है।
11. मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system)
औद्योगिक कृषि पद्धतियों का उद्देश्य उत्पादन और कृषि उत्पादन को बढ़ाना है। उदाहरण के लिए, आनुवांशिक संशोधनों के माध्यम से अधिक अनाज, अधिक मांस और बड़े आकार के फलों का उत्पादन और विकास हार्मोन का उपयोग यह खाद्य असुरक्षा चिंताओं का विषय है। इसका प्रभाव एलर्जी के प्रति संवेदनशीलता, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली इत्यादि हो सकता है।
ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ खाने से, प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने का जोखिम काफी कम हो जाता है, क्योंकि ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में बिल्कुल छेड़-छाड़ नहीं की जाती है। जैविक खाद्य पदार्थों में उच्च विटामिन और खनिज पदार्थ होते हैं, जो मानव प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत करने में मदद करते हैं।
ऑर्गेनिक खाद्य उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण और तैयार करने के लिए बहुत सख्त मानक बनाये गए है। इन पदार्थों में रासायनिक प्रीसेर्वेटिव्स नहीं होते। अधिकांश जैविक खाद्य उत्पादों को स्थानीय स्तर पर बेचा जाता है जहां वे उत्पादित होते हैं। ये स्वस्थ रहने में सहायक पर्यावरणीय संसाधनों में बहुत कम हस्तक्षेप करते हैं। चूँकि जैविक खेती में हानिकारक रसायन वर्जित हैं, इसलिए पानी, वायु और मिटटी का प्रदूषण कम होता है।