चेहरे पर मुँहासे त्वचा के छिद्र बंद और संक्रमित होने पर आते हैं। व्हाइटहेड्स तब होते हैं जब छिद्र बंद हो जाते हैं और उसमे उभार आ जाता है, लेकिन संक्रमण नहीं होता है।
मुँहासे के सामान्य कारण
मुँहासे होने का मुख्य कारण हार्मोनल परिवर्तन है। इसके अलावा अन्य भी कुछ कारण है , जैसे की चेहरे या बालों के लिए प्रयोग में लाये जा रहे कुछ सौंदर्य प्रसाधन क्रीम या उत्पाद में मौजूद चिकनाई छिद्रों में रुकावट पैदा कर रही हो ।
मुहासों को ठीक करने के लिए इन घरेलू उपायों को आजमाएं।
संतरे के सूखे छिलकों का पाउडर – संतरे के छिलकों को छांया में सुखाकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को गुलाब जल में मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर 10 -15 मिनट के लिए लगा रहने दें, फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें ऐसा करने से मुहासे ठीक हो जाते हैं और दाग भी मिट जाते हैं।
एलोवेरा – वर्षों से एलोवेरा का प्रयोग कई त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता रहा है। मुंहासों के लिए भी एलोवेरा का प्रयोग आजकल लगभग सभी क्रीमों, सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है। इसका उपयोग जलन, चकत्ते और अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। यह घावों को भरने में मदद करता है।
आप एलोवेरा जेल को सीधे अपने चेहरे पर मॉइस्चराइजर के रूप में लगा सकते हैं। इसे दिन में एक या दो बार लगाएं।
पुदीना और गुलाब जल – पुदीने के 10 – 12 पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें । इस पेस्ट में एक चम्मच गुलाब जल मिलाएं और फिर मुंहासों पर लगाएं। धीरे-धीरे से मालिश करें और इसे 30 मिनट तक सूखने दें। फिर चेहरे को ठन्डे पानी से धो लें और रोजाना ऐसा करें जब तक मुंहासे नहीं हट जाते और धब्बे गायब नहीं हो जाते।
एप्पल साइडर सिरका – यह सबसे लोकप्रिय उपचार है। एप्पल साइडर सिरका बैक्टीरिया के साथ-साथ वायरस से भी लड़ता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं , जो मुहासों को ठीक करने में मदद करते हैं ,जैसे की कार्बनिक एसिड। यह अतिरिक्त तेल को सुखाने में मदद करता है , जो पिम्पल्स का मुख्य कारण है।
एप्पल साइडर सिरके को 1: 3 के अनुपात में पानी के साथ मिलाएं । यानि की एक चम्मच सिरका तो तीन चम्मच पानी लें , इसे अच्छी तरह से मिलाने के बाद, मिश्रण को कॉटन बॉल की सहायता से चेहरे पर लगाएं, इसे 20 सेकंड तक लगा रहने दें, और फिर पानी से धो लें। आप दिन में एक या दो बार प्रक्रिया को दोहरा सकते हैं। ऐप्पल साइडर सिरके से चेहरे पर थोड़ी जलन हो सकती है ऐसा होने पर , इसे आप 1 : 4 के अनुपात में भी मिला सकते हैं।
शहद और दालचीनी – शहद और दालचीनी मुँहासे को ठीक करने और पिंपल्स के दाग को कम करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। यह पिंपल को सुखाने में मदद करता है और चेहरे को पोषण देता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते है। इसमें जीवाणुरोधी गुण भी हैं।
2 चम्मच शहद में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं। इसे अच्छे से मिलाएं और एक पेस्ट बना लें । इसे चेहरे पर लगाएं और 10-15 मिनट के लिए लगा रहने दें फिर चेहरा धो लें।
पपीता – पपीते का प्रयोग कई सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है। यह मुँहासे के लिए भी एक बढ़िया प्राकृतिक उपचार है। पपीता त्वचा की सतह से अतिरिक्त लिपिड और मृत त्वचा को हटाता है, त्वचा को साफ करता है और इसे मॉइस्ट रखता है। पपीते में एंजाइम पपाइन पस बनने से रोकता है , सूजन को कम करने में मदद करता है।
पपीते को छीलें और इसे तब तक मैश करें जब तक इसका स्मूथ पेस्ट न बन जाये । अब इसे चेहरे पर लगाएं और 15 से 20 मिनट के लिए लगा रहने दें। गुनगुने पानी से चेहरा धो लें ।अब त्वचा के प्रकार के आधार पर मॉइस्चराइज़र लगा लें क्योंकि पपीता त्वचा को शुष्क करता है।
टी ट्री ऑइल – टी ट्री ऑइल मुहांसों के उपचार के लिए बहुत अच्छा माना गया है। यह त्वचा को निखारता है और सूजन और लालिमा को कम करता है। टी ट्री ऑइल के जीवाणुरोधी गुण मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। यह व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स को सुखाने में भी मदद करता है।
कॉटन बॉल को तेल में डुबोकर प्रभावित त्वचा पर लगाएँ 15 से 20 मिनट के बाद, इसे पानी से धो लें। टी ट्री ऑयल का उपयोग करने का एक और तरीका है, इसे एलोवेरा जेल के साथ मिला कर भी लगा सकते हैं ,एलोवेरा जेल का एक बड़ा चम्मच लें और उसमें टी ट्री ऑइल की कुछ बूंदें मिलाएं। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और 15 से 20 मिनट के लिए लगा रहने दें फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें ।अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो टी ट्री ऑइल का प्रयोग न करें।
जीरा – जीरा एक रोगाणुरोधी एजेंट है ,यह बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने में सहायक होता है जो विभिन्न त्वचा सम्बन्धी संक्रमण जैसे मुँहासे, कील का कारण बनता है। जीरे का पेस्ट लगाने से इनमे फ़ायदा पहुँचता है।
जामुन की गुठली – शहद के साथ सूखे, पिसे हुए जामुन के बीज को मिलाएं और इसे अपने चेहरे पर मास्क के रूप में लगाएं और रात भर लगा रहने दें। यह काफी हद तक पिम्पल्स , काले धब्बों को कम करता है।